17 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Himachal Desk: हिमाचल प्रदेश में फोरलेन निर्माण से प्रभावित लोगों की समस्याओं को लेकर आज चक्कर स्थित NHAI कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी और हिमाचल किसान सभा व सीटू से जुड़े कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने NHAI, गावर कंपनी और भारत सिंगला कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए।
हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष कुलदीप तनवर ने आरोप लगाया कि NHAI की ओर से कंट्रोल विड्थ से बाहर भी हजारों लोगों को नुकसान हुआ है, लेकिन उनके लिए मुआवजे की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में लगी कंपनियों की जांच होनी चाहिए। जिन मकानों पर खतरा मंडरा रहा है, उनके निवासियों के पुनर्वास के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया है। तनवर ने चेतावनी दी कि अगर हालात नहीं सुधरे तो पूरे प्रदेश में आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 7 अगस्त तक राज्यभर में बैठकों के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और राष्ट्रीय राजमार्गों पर हो रहे कार्यों को लेकर राज्यस्तरीय अधिवेशन भी किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि NHAI के पास पहाड़ी क्षेत्रों के लिए कोई उपयुक्त रोड कंस्ट्रक्शन मॉडल नहीं है। कंपनियों ने 80% स्थानीय लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन वह अब तक अधूरा है। प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा नहीं मिला है, जबकि अवैज्ञानिक कटिंग, अवैध माइनिंग और अनियोजित डंपिंग से कई घरों को नुकसान पहुंचा है।
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने बताया कि मकान गिरने के बाद कंपनी ने सिर्फ एक कमरे की अस्थायी व्यवस्था की, लेकिन मुआवजे को लेकर केवल आश्वासन ही दिया गया है। कई परिवारों को किराए के मकानों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि कंपनियों ने कोई स्थायी समाधान नहीं दिया। लोगों ने बताया कि जीवनभर की कमाई से जो घर बनाए थे, आज वे अवैज्ञानिक कटिंग के चलते बेघर हो गए हैं और डर के साए में जीवन जी रहे हैं।