पिछले 11 वर्षों से देश में ‘अघोषित आपातकाल’, कांग्रेस का केंद्र पर तीखा प्रहार

25 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

देश में बीते 11 वर्षों से अघोषित आपातकाल लागू’, केंद्र पर कांग्रेस का तीखा प्रहार                                Politics Desk: कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला और आरोप लगाया कि पिछले 11 वर्षों से देश में “अघोषित आपातकाल” जैसी स्थिति बनी हुई है। पार्टी का कहना है कि लोकतंत्र के पांचों स्तंभों—न्यायपालिका, मीडिया, नागरिक समाज, विपक्ष और स्वतंत्र संस्थाओं—पर व्यवस्थित और खतरनाक हमला हो रहा है।

‘नफरत, डर और दमन का माहौल’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा, “सरकार के आलोचकों को बदनाम किया जा रहा है, नफरत और कट्टरता को सत्ता में बैठे लोग फैला रहे हैं।” उन्होंने कहा कि “प्रदर्शन करने वाले किसानों को खालिस्तानी बताया जा रहा है, और जो जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं उन्हें ‘शहरी नक्सली’ करार दिया जा रहा है।”

जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि “महात्मा गांधी के हत्यारों का महिमामंडन किया जा रहा है, अल्पसंख्यक समुदाय भय के साए में जी रहा है, और दलित व वंचित वर्गों को निशाना बनाया जा रहा है। मंत्रियों द्वारा नफरत फैलाने वाले भाषण दिए जा रहे हैं, और बदले में उन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है।”

भाजपा पर ‘संविधान हत्या’ दिवस मनाने का पलटवार
कांग्रेस का यह बयान उस वक्त आया है जब भाजपा आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मना रही है। इस मौके पर भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि “गांधी-वाड्रा परिवार को आपातकाल के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उस वक्त लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों को सत्ता बचाने के लिए कुचला गया था।”

अन्य दलों की भी तीखी प्रतिक्रियाएं
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि “इंदिरा गांधी ने संविधान का सम्मान करते हुए आपातकाल लगाया था, उसे ‘संविधान हत्या’ नहीं कहा जा सकता।” उन्होंने आरोप लगाया कि आज की स्थिति में “11 वर्षों से देश में अघोषित आपातकाल है।”

वहीं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा, “आज अभिव्यक्ति की आज़ादी पर पहरा है। सरकार के खिलाफ बोलने पर मनगढ़ंत मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। यह वही डर और दमन का वातावरण है जो 1975 के आपातकाल में था।”