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डीसीआरयूएसटी मुरथल के जैव प्रौद्योगिकी छात्रों के लिए एनएबीआई, मोहाली में एक्सपोजर विजिट

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डीसीआरयूएसटी मुरथल के जैव प्रौद्योगिकी छात्रों के लिए एनएबीआई, मोहाली में एक्सपोजर विजिट

इससे एनएबीआई मोहाली और विश्वविद्यालय के बीच नवाचार और सहयोग की भावना बढ़ेगी

चण्डीगढ़, 27 मई  2025 ,FACT RECORDER

दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल (सोनीपत) के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के एमएससी/बीटेक के 28 छात्रों व 1 शोध छात्र ने एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अदिति आर्य के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 26 अप्रैल को राष्ट्रीय कृषि खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, मोहाली का दौरा किया।

सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (एनएबीआई) भारत का पहला कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान है, जिसकी स्थापना 18 फरवरी, 2010 को जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा की गई थी। मोहाली में एनएबीआई का दौरा करने वाले छात्रों को सीखने का एक मूल्यवान अनुभव हुआ। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों को कृषि और खाद्य जैव प्रौद्योगिकी में अत्याधुनिक शोध से अवगत कराना था, छात्रों ने इस अनुभव को ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक पाया, क्योंकि इससे उन्हें कक्षा में सीखने से परे व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ।

उन्होंने बताया कि यह यात्रा निश्चित रूप से कृषि जैव प्रौद्योगिकी और खाद्य एवं पोषण जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में नवीनतम प्रगति के बारे में ज्ञान और समझ को बढ़ाएगी। इसका उद्देश्य एनएबीआई मोहाली और विश्वविद्यालय के बीच नवाचार और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना भी है। तकनीकी शिक्षा निदेशालय, पंचकूला से अतिरिक्त निदेशक श्री अनिल कुमार सेहरावत और संयुक्त निदेशक श्री बलवान सिंह की ओर से एक्सपोजर विजिट का समन्वय किया गया। वैज्ञानिक-डी डॉ. अमित कुमार राय और वैज्ञानिक-सी डॉ. संजना नेगी ने एनएबीआई मोहाली की ओर से विजिट का समन्वय किया।

उन्होंने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग, हरियाणा ने उच्चतर शिक्षा के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग और तकनीकी शिक्षा महानिदेशक श्री प्रभजोत सिंह के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और रोजगार में सुधार लाने के लिए विभिन्न पहल की है। तकनीकी शिक्षा विभाग ने सरकारी पॉलिटेक्निक और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षण संकाय के लिए आईआईटी, दिल्ली में एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया गया।

हरियाणा के उच्च शिक्षा मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने 10 फरवरी, 2025 को आईआईटी, दिल्ली के एक्सपोजर विजिट के लिए सरकारी पॉलिटेक्निक और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के 60 शिक्षण संकाय के पहले प्रतिनिधियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल सह प्रशिक्षण और प्लेसमेंट अधिकारी, विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ व्याख्याता, सरकारी पॉलिटेक्निक के व्याख्याता और एसोसिएट प्रोफेसर, प्रशिक्षण और प्लेसमेंट अधिकारी और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के सहायक प्रोफेसरों सहित 380 से अधिक शिक्षण संकाय सदस्यों ने फरवरी/मार्च/अप्रैल 2025 के दौरान सरकारी पॉलिटेक्निक और एसआईईटी से चरणबद्ध तरीके से आईआईटी, दिल्ली का दौरा किया। एक्सपोजर विजिट का उद्देश्य प्रतिभागियों को आईआईटी, दिल्ली के अत्याधुनिक शोध, तकनीकी प्रगति और अकादमिक उत्कृष्टता के बारे में गहन जानकारी प्रदान करना है।

हरियाणा के तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के 24 छात्रों और पन्नीवाला मोटा (सिरसा), नीलोखेड़ी (करनाल) और जैनाबाद (रेवाड़ी) के राज्य इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के तीन संकाय सदस्यों के लिए 24 अप्रैल, 2025 को सेमी-कंडक्टर प्रयोगशाला (एससीएल) मोहाली में एक्सपोजर विजिट की व्यवस्था की गयी। एससीएल इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त निकाय है, जो देश में एकमात्र एकीकृत उपकरण विनिर्माण सुविधा है जो एप्लिकेशन विशिष्ट एकीकृत सर्किट (एएसआईसी), ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस और माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (एमईएमएस) डिवाइस के विकास के लिए डिजाइन, निर्माण, असेंबली, पैकेजिंग, परीक्षण और विश्वसनीयता आश्वासन सहित एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करती है। उल्लेखनीय है कि हमारा विभाग भी इस तरह के दौरे की प्रक्रिया में है और विभिन्न प्रतिष्ठित संगठनों जैसे सीएसआईआर-केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन, चंडीगढ़, इसरो अहमदाबाद परिसर, एसटीपीआई-सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया, गुरुग्राम और सीएसआईआर-आईएमटेक, चंडीगढ़ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर रहा है।