पार्टनर हर बात पर करता है झगड़ा? अपनाएं ये 5 असरदार ट्रिक्स

01 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Lifestyle Desk:  हर बात पर झगड़ते हैं आप और आपके पार्टनर? इन 5 तरीकों से रिश्ते में लाएं सुकून और समझदारी                                                                                                                    अगर आप चाहते हैं कि आपके और आपके पार्टनर के बीच प्यार और आपसी समझ बनी रहे, तो जरूरी है कि बात-बात पर होने वाली बहसों को सही तरीके से संभालना सीखें। हर रिश्ते में बहस होना आम बात है, लेकिन जब यह रोज़मर्रा का हिस्सा बन जाए तो रिश्ते की नींव कमजोर हो सकती है। खासकर जब हर छोटी बात पर टकराव होने लगे, तब समय रहते कुछ समझदारी भरे कदम उठाना बहुत ज़रूरी हो जाता है।

यहां हम आपको ऐसे 5 आसान लेकिन असरदार तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप हर बात पर होने वाले झगड़ों को शांति और समझदारी से हैंडल कर सकते हैं।

1. सुनना सीखें, जवाब देना नहीं
अक्सर झगड़ों की शुरुआत इस वजह से होती है कि हम सुनने से ज्यादा जवाब देने पर जोर देते हैं। जब पार्टनर नाराज़ हो या कुछ कह रहा हो, तो तुरंत प्रतिक्रिया देने की बजाय शांत रहकर उनकी बात ध्यान से सुनें। कई बार उन्हें सिर्फ अपनी भड़ास निकालनी होती है और आपकी चुप्पी ही तनाव को कम कर सकती है।

2. भाषा पर रखें नियंत्रण
गुस्से में कही गई कड़वी बातें रिश्ते में गहरा जख्म छोड़ सकती हैं। झगड़े के दौरान अपशब्द या तू-तड़ाक से बचें। पार्टनर पर आरोप लगाने के बजाय अपनी भावनाएं “मैं” के माध्यम से व्यक्त करें। जैसे कि “तुम हमेशा ऐसा करते हो” कहने से बेहतर है, “जब ऐसा होता है तो मुझे दुख होता है” कहना। इससे बहस की तीव्रता कम होती है और समझ बनती है।

3. झगड़े की जड़ को पहचानें
अगर पार्टनर बार-बार गुस्सा करता है, तो इसके पीछे भावनात्मक, आर्थिक या कार्यस्थल से जुड़ा तनाव भी हो सकता है। जरूरी नहीं कि झगड़ा सिर्फ आपसे हो, वह किसी और वजह से चिड़चिड़े हो सकते हैं। ऐसे में व्यवहार की गहराई में जाकर कारण समझने की कोशिश करें, न कि सिर्फ लक्षणों से लड़ें।

4. थोड़ी दूरी भी है जरूरी
हर बात पर प्रतिक्रिया देना या हर झगड़े में उलझना जरूरी नहीं होता। कभी-कभी थोड़ी दूरी लेना और पार्टनर को स्पेस देना भी रिश्ते को मजबूत बनाता है। उन्हें सोचने और खुद को शांत करने का वक्त दें। इससे आप दोनों को स्थिति को बेहतर समझने में मदद मिलती है।

5. प्रोफेशनल मदद लेने से न हिचकें
अगर झगड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं और समझदारी के बावजूद बात नहीं बन रही, तो कपल थेरेपी या काउंसलिंग लेना एक सही फैसला हो सकता है। किसी तीसरे और अनुभवी व्यक्ति की मदद से न केवल समस्याएं सामने आती हैं, बल्कि समाधान भी मिलते हैं।

निष्कर्ष:
रिश्ते में प्यार बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आपसी झगड़ों को समझदारी और धैर्य के साथ संभालें। हर लड़ाई को जीतने की बजाय रिश्ते को बचाना ज्यादा अहम होता है। इसलिए बहस के बजाय बातचीत और टकराव के बजाय तालमेल को प्राथमिकता दें।