07 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
National Desk: उत्तरकाशी आपदा: हेली रेस्क्यू से राहत कार्य तेज, 6 की मौत, 20 से ज्यादा अब भी लापता उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने से आई तबाही के बाद बुधवार को मौसम साफ होते ही राहत और बचाव कार्य तेज हो गया। सेना, ITBP, NDRF और SDRF की टीमें हेलीकॉप्टर की मदद से मौके पर पहुंचीं और मलबे में फंसे लोगों की तलाश शुरू की। अब तक छह लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग लापता हैं। इनमें सेना के 10 जवान, आठ स्थानीय युवक और दो नेपाली मूल के व्यक्ति शामिल हैं।
बचाव दलों ने बुधवार को हर्षिल में मलबे में फंसे 11 जवानों समेत 13 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। वहीं, दो घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से हायर सेंटर भेजा गया है। प्रशासन का कहना है कि लापता लोगों की संख्या और बढ़ सकती है।
खराब रास्ते बनीं बड़ी चुनौती
भारी बारिश और भूस्खलन के चलते धराली जाने वाले अधिकांश रास्ते क्षतिग्रस्त और अवरुद्ध हो गए हैं। इससे बचाव टीमें सड़क मार्ग से मौके पर नहीं पहुंच सकीं। NDRF के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान ने बताया कि चार टीमें तैनात हैं, लेकिन मार्ग बाधित होने से उन्हें हेलिकॉप्टर से ही भेजा जा रहा है। बुधवार को 35 बचावकर्मी हवाई मार्ग से प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे।
वायुसेना की मदद से भारी मशीनें एयरलिफ्ट
तबाही के चलते सड़कों पर जमा मलबा हटाने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद से चीन सीमा से पोकलैंड मशीनों को एयरलिफ्ट कर धराली भेजा जा रहा है। सीमा सड़क संगठन (BRO) के जवान लगातार मलबा हटाने और रास्ते खोलने में जुटे हैं।
भागीरथी नदी में बनी झील की निगरानी
आपदा के बाद भागीरथी नदी में तैलगाड गधेरे से आए मलबे के कारण झील बन गई है। सिंचाई विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर झील का निरीक्षण किया। विभाग के अनुसार झील से पानी की निकासी हो रही है और फिलहाल खतरे जैसी स्थिति नहीं है। झील की लंबाई करीब 1200 मीटर और चौड़ाई 100 मीटर है। अवरोध हटाने के लिए मलबा हटाने की योजना बनाई गई है और पोकलैंड मशीनों की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने किया राहत कार्यों की समीक्षा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार सुबह उत्तरकाशी पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सड़क, संचार और बिजली व्यवस्था को जल्द बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही खाद्य और पेयजल आपूर्ति की निगरानी के लिए भी प्रशासन को सतर्क किया गया है। मुख्यमंत्री ने आपदा में जुटी सभी टीमों के साहस और समर्पण की सराहना की।
हेली रेस्क्यू से पहुंचे लोग
बुधवार को हर्षिल राहत कैंप में रुके नौ यात्रियों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से मातली पहुंचाया गया। प्रशासन ने बताया कि जैसे-जैसे मौसम साफ होगा, रेस्क्यू ऑपरेशन और तेज किया जाएगा।
धराली गांव में बादल फटने से मची यह तबाही हर्षिल घाटी के लिए एक बड़ी त्रासदी बनकर सामने आई है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन खराब रास्तों और कठिन भौगोलिक स्थिति के चलते चुनौती अब भी बरकरार है।