घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया में नजरअंदाज, आखिर कब मिलेगा इन खिलाड़ियों को मौका?

Despite their impressive performances

30 अक्टूबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Sports Desk: घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन के बावजूद अनदेखी, आखिर कब मिलेगा इन सितारों को टीम इंडिया में मौका? हर खिलाड़ी का सपना होता है भारत के लिए खेलना। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भी इसी उम्मीद में हैं। आठ महीने से टीम इंडिया से बाहर चल रहे शमी का कहना है, “मैं फिर से राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूं और इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं।” शमी के साथ-साथ कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन चयनकर्ताओं की अनदेखी के कारण अब तक टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं।

1. सरफराज खान

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले सरफराज खान ने छह टेस्ट में एक शतक और तीन अर्धशतक की मदद से 371 रन बनाए हैं। इसके बावजूद नवंबर से उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। इंग्लैंड लायंस और जम्मू-कश्मीर के खिलाफ उन्होंने हाल में उपयोगी पारियां खेलीं, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा कि करुण नायर के बेहतर प्रदर्शन के कारण सरफराज को पीछे छोड़ दिया गया, मगर करुण के बाहर होने के बाद भी सरफराज की वापसी नहीं हुई। इस पर विपक्षी नेताओं ने चयन प्रक्रिया में ‘धर्म आधारित पक्षपात’ के आरोप तक लगा दिए।

2. मोहम्मद शमी

लगातार अच्छा प्रदर्शन और फिटनेस साबित करने के बावजूद शमी चयनकर्ताओं की प्राथमिकता से बाहर हैं। उन्होंने कहा था कि “अपनी फिटनेस बताना मेरा काम नहीं है।” वहीं, अजीत अगरकर का कहना है कि फिटनेस ही वजह है जिसकी वजह से शमी टीम में नहीं हैं। शमी ने आखिरी बार 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए खेला था, जहां उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी। चोट से उबरने के बाद रणजी में खेलने की इच्छा जताई, मगर फिर भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम में शामिल नहीं किया गया।

3. अजिंक्य रहाणे

अनुभवी बल्लेबाज **अजिंक्य रहाणे** दो साल से टीम इंडिया से बाहर हैं। रहाणे का कहना है कि चयन उम्र पर नहीं, बल्कि खिलाड़ी की मेहनत और फिटनेस पर होना चाहिए। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में शानदार 159 रनों की पारी खेलकर अपने फॉर्म का सबूत दिया। रहाणे वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया में भारत को ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जिताई थी, लेकिन अब ऐसा लगता है कि चयनकर्ताओं की योजना में उनका नाम नहीं है।

4. पृथ्वी शॉ

चार साल से बाहर चल रहे  पृथ्वी शॉ घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहे हैं। हाल ही में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 141 गेंदों पर दोहरा शतक जड़कर सबका ध्यान खींचालेकिन मैदान पर उनके अनुचित व्यवहार और विवादों के कारण चयनकर्ता उन पर भरोसा नहीं जता पा रहेपृथ्वी ने भारत के लिए पांच टेस्ट, छह वनडे और एक टी20 खेला है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 25 शतक और 53 अर्धशतक हैं, जो उनकी क्षमता का प्रमाण हैं।

5. ईशान किशन

ईशान किशन ने नवंबर 2023 में भारत के लिए आखिरी मैच खेला था। दक्षिण अफ्रीका दौरे से नाम वापस लेने के बाद उन्हें बीसीसीआई अनुबंध से बाहर कर दिया गया। बोर्ड ने उनसे घरेलू क्रिकेट खेलने को कहा, लेकिन उन्होंने शुरुआत में ऐसा नहीं किया। अब उन्होंने रणजी में वापसी करते हुए दो मैचों में 173 और 45 रनों की पारियां खेलीं और चयनकर्ताओं को संदेश दिया कि वह वापसी के लिए तैयार हैं। ईशान अब तक भारत के लिए दो टेस्ट, 27 वनडे और 32 टी20 खेल चुके हैं और विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में अब भी टीम के लिए अहम विकल्प साबित हो सकते हैं।

निष्कर्ष:भारत के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं, लेकिन इन अनुभवी और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की अनदेखी ने चयन प्रक्रिया पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं। अगर घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन को ही पैमाना माना जाए, तो इन खिलाड़ियों को एक और मौका जरूर मिलना चाहिए।