सीएसआईओ का नया आविष्कार: पानी में सीसा और क्लोरीन की ऑन-द-स्पॉट जांच करेगा स्मार्ट पोर्टेबल डिवाइस

सीएसआईओ का नया आविष्कार: पानी में सीसा और क्लोरीन की ऑन-द-स्पॉट जांच करेगा स्मार्ट पोर्टेबल डिवाइस

18 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Chandigarh Desk:  पानी की शुद्धता जांचने में आ रही चुनौतियों को दूर करने के लिए सीएसआईओ की इंटेलिजेंट मशीन एंड कंप्यूटिंग सिस्टम टीम ने अत्याधुनिक तकनीक ‘HMIgauge’ और ‘HMIsense’ विकसित की है। इन डिवाइसों की मदद से अब पानी में सीसा (Lead) और अवशिष्ट क्लोरीन की तुरंत और सटीक जांच मौके पर ही की जा सकेगी। यह तकनीक ऐप आधारित डेटा रिकॉर्डिंग, जियोटैगिंग और क्लाउड ट्रांसफर की सुविधाएं भी देती है।

डीएसटी और सीएसआईओ द्वारा समर्थित इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व डॉ. पूजा और डॉ. नीरजा गर्ग कर रही हैं। उनके अनुसार HMIgauge एक पोर्टेबल कलोरीमीटर है जो पानी में भारी धातुओं और क्लोरीन के स्तर को रीयल-टाइम में डिजिटल रीडिंग के साथ मापता है।

डॉ. नीरजा के मुताबिक यह हैंडहेल्ड व यूएसबी मॉडल किसी भी कमर्शियल कलोरीमेट्रिक स्ट्रिप के साथ काम करता है और रंग में मामूली बदलाव तक को उच्च सटीकता से पकड़कर सुरक्षित-असुरक्षित स्तर बताता है। 3डी-प्रिंटेड, हल्के और मॉड्यूलर डिजाइन वाला यह डिवाइस कम पानी में भी टेस्ट कर सकता है और आगे अन्य पैरामीटर्स के लिए भी अपग्रेड किया जा सकता है।

टीम ने आर्सेनिक और सेलेनियम की जांच के लिए स्वदेशी किट्स भी तैयार की हैं। यह तकनीक ग्रामीण इलाकों, शहरी वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम और औद्योगिक जल निकास में उपयोगी साबित होगी और जल जीवन मिशन व स्वच्छ भारत मिशन को भी मजबूत आधार देगी।

डिवाइस की मुख्य खासियतें
  • भारी धातुओं व क्लोरीन की सटीक डिजिटल रीडिंग

  • स्मार्टफोन से कनेक्ट होने वाला पोर्टेबल सिस्टम

  • कम पानी में भी सैंपल टेस्ट

  • ब्लूटूथ/वायरलेस सपोर्ट

  • मॉड्यूलर डिज़ाइन, अन्य पैरामीटर जोड़ने की सुविधा

  • स्वदेशी और पर्यावरण-हितैषी किट्स

  • रीयल-टाइम डेटा स्टोर और ट्रांसफर की क्षमता

मौजूदा जांच के पारंपरिक तरीके
  • कलोरीमेट्रिक टेस्ट किट/पेपर स्ट्रिप्स

  • रसायन आधारित टेस्ट

  • लैब आधारित विश्लेषण

  • सेंसर आधारित डिजिटल मीटर

सीएसआईओ का यह अभिनव उपकरण पानी की गुणवत्ता की जांच को तेज, सरल और आधुनिक बनाने में बड़ा कदम माना जा रहा है।