03 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Education Desk: केरल विश्वविद्यालय में विवाद: निजी कार्यक्रम रद्द करने पर रजिस्ट्रार अनिल कुमार निलंबित, राज्यपाल की मौजूदगी पर उठे सवाल
केरल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मोहनन कुन्नुमल ने रजिस्ट्रार के.एस. अनिल कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। आरोप है कि अनिल कुमार ने एक निजी कार्यक्रम को रद्द करने का नोटिस जारी किया था, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम सीनेट हॉल में आयोजित हुआ था, जहां भारत माता का चित्र और भगवा ध्वज प्रदर्शित किए गए थे।
उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदु ने कुलपति की इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की और इसे “शक्ति का दुरुपयोग” बताया। मंत्री ने कहा कि नियमों के अनुसार कुलपति के पास रजिस्ट्रार को निलंबित करने का अधिकार नहीं है और इस मामले को सिंडिकेट के सामने उठाना चाहिए था। मंत्री ने यह भी कहा कि निलंबन झूठे आरोपों पर आधारित है, क्योंकि रजिस्ट्रार ने बताया कि नोटिस राज्यपाल के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पहले ही जारी किया गया था।
वामपंथी सिंडिकेट के सदस्यों ने भी निलंबन का विरोध करते हुए कहा कि कुलपति का यह कदम विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल सिंडिकेट ही उपर्युक्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
वहीं, इस विवाद के बीच छात्र संगठन एसएफआई और डीवाईएफआई ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए। उन्होंने राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी की और राजभवन तक मार्च निकाला। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। कुछ प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड तोड़कर राजभवन के करीब पहुंचने की कोशिश भी कर रहे थे, जिससे तनावपूर्ण स्थिति बनी।
एसएफआई ने कार्यक्रम में भारत माता के चित्र को लेकर भी विरोध जताया और आयोजकों से इसे हटाने की मांग की। राज्यपाल के आने से पहले हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके बाद रजिस्ट्रार ने कार्यक्रम की अनुमति रद्द कर दी। हालांकि, विरोध के बावजूद राज्यपाल ने कार्यक्रम में भाग लिया।
इस पूरे मामले ने केरल विश्वविद्यालय में ‘भगवाकरण’ और राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर तीव्र बहस छेड़ दी है, जिसमें राज्यपाल और कुलपति के अधिकार क्षेत्र को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।