फाजिल्का, 21 मई 2025 ,FACT RECORDER
सिविल सर्जन फाजिल्का डॉ. राज कुमार के दिशा-निर्देशों और कार्यकारी एसएमओ डॉ. पंकज चौहान के नेतृत्व में, विश्व हाइपरटेंशन दिवस के अवसर पर सरकारी हाई स्कूल बन्नवाला हनवंता में एक साइकिल रैली निकाली गई। इसके साथ ही जागरूकता कैंप भी लगाया गया।
इस मौके पर बीईई दिवेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का मुख्य कारण है, जैसे स्ट्रोक, दिल का दौरा, गुर्दों की बीमारी, और यह डिमेंशिया (मस्तिष्क की कमजोरी) में भी योगदान दे सकता है।
कई लोग जो उच्च रक्तचाप से पीड़ित होते हैं, उन्हें यह पता नहीं होता कि उन्हें यह बीमारी है क्योंकि इसके कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते। अक्सर लोगों को तब ही पता चलता है जब उन्हें दिल का दौरा पड़ता है या गंभीर समस्या हो जाती है।
विश्व हाइपरटेंशन दिवस के अवसर पर विभाग द्वारा पूरे महीने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य आम लोगों में हाइपरटेंशन के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, जिसे आमतौर पर हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है।
उन्होंने बताया कि विश्व की आबादी का 30 प्रतिशत से अधिक, यानी एक अरब से ज्यादा लोग, हाइपरटेंशन से प्रभावित हैं। भारत में भी यह समस्या लगातार बढ़ रही है और यह स्वास्थ्य प्रणाली पर एक बड़ा बोझ बनती जा रही है।
उन्होंने बताया कि सामान्य लोगों के लिए रक्तचाप 140/90 mmHg से कम होना चाहिए और हाइपरटेंशन से ग्रसित लोगों के लिए, विशेषकर शुगर या गंभीर गुर्दे की बीमारी से पीड़ितों के लिए, यह 130/80 mmHg से कम होना चाहिए।
हालांकि इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन दवाइयों के नियमित सेवन और जीवनशैली में बदलाव के ज़रिए इसकी स्थिति को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
जीवनशैली में जरूरी बदलावों में शामिल हैं:
संतुलित और पौष्टिक आहार लेना
नमक की मात्रा कम करना
शराब से परहेज़ करना
नियमित व्यायाम करना
तनाव का प्रबंधन
स्वस्थ वजन बनाए रखना
धूम्रपान से बचना
दवाइयों का सही तरीके से सेवन
डॉक्टर की सलाह का पालन करना
इन सब उपायों से ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखा जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।
इस अवसर पर प्रकाश सिंह, सीएचओ सुनीता रानी, स्कूल अध्यापिका कीर्ति कुमारी और स्कूली बच्चे उपस्थित थे।












