कांग्रेस का हमला: महात्मा गांधी का नाम बदलना और मनरेगा का नाम बदलने पर बीजेपी की नकारात्मक राजनीति

कांग्रेस का हमला: महात्मा गांधी का नाम बदलना और मनरेगा का नाम बदलने पर बीजेपी की नकारात्मक राजनीति

16 दिसंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Haryana Desk: कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मनरेगा (MGNREGA) योजना का नाम बदलने पर बीजेपी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह कदम बीजेपी की नकारा और दिखावटी राजनीति को दर्शाता है। उनका कहना है कि बीजेपी काम करने के बजाय केवल योजनाओं के नाम बदलने में विश्वास रखती है और इसका उद्देश्य केवल नाम पर श्रेय लेना है।

सांसद हुड्डा ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पत्रकारों से कहा कि बीजेपी की नीति अब बन गई है – “काम किसी का, नाम किसी का”। उनका तंज था कि बीजेपी का यह झूठा श्रेय लेने का रवैया इतना चरम पर है कि कल को ये ताजमहल का श्रेय भी लेने का दावा कर सकती है।

इस अवसर पर कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी ने भी मनरेगा का नाम बदलने के प्रस्ताव की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत 100 दिनों की रोजगार गारंटी थी, लेकिन हरियाणा में आठ लाख से अधिक पंजीकृत मजदूरों में से केवल 2100 लोगों को ही 100 दिन का रोजगार मिला। यह दर्शाता है कि बीजेपी इस योजना को ध्वस्त करने की दिशा में बढ़ रही है।

चौधरी ने यह भी बताया कि मनरेगा में सक्रिय मजदूरों के लिए मुआवजे का प्रावधान है, लेकिन पिछले पांच वर्षों में किसी को भी मुआवजा नहीं दिया गया। उनका कहना है कि इससे स्पष्ट होता है कि सरकार केवल नाम बदलकर दिखावा कर रही है, जबकि वास्तविक काम और लाभ मजदूरों तक नहीं पहुँच रहा।

🔹 मुख्य बिंदु:

  • कांग्रेस ने मनरेगा का नाम बदलने पर बीजेपी को आड़े हाथ लिया।

  • बीजेपी पर योजनाओं का श्रेय लेने और काम नहीं करने का आरोप।

  • हरियाणा में केवल 2100 मजदूरों को ही 100 दिनों का रोजगार मिला।

  • पांच वर्षों में किसी को मुआवजा नहीं मिला।