कृषि, बागवानी, मत्स्य, पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ कृषि वैज्ञानिक किसानों को करेंगे जागरूक
यह अभियान, एक जन आंदोलन, जो किसानों को ज्ञान, नवाचार और तकनीक से सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा – मुख्यमंत्री
यह अभियान एक ऐसी त्रिवेणी, जिसमें कृषि वैज्ञानिक, कृषि से जुड़े विभागों के अधिकारी और किसान एक-दूसरे से करेंगे सीधे संवाद – नायब सिंह सैनी
चंडीगढ़ 29 मई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
राष्ट्रव्यापी विकसित कृषि संकल्प अभियान की कड़ी में आज हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र से विकसित कृषि संकल्प अभियान का आगाज किया। इस अभियान का उद्देश्य किसानों को नई तकनीक, योजना और नवाचार से जोड़कर कृषि क्षेत्र में सुधार लाना है। किसानों को खरीफ फसलों की वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी देना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के महत्व को समझाना और सरकारी योजनाओं व नीतियों का लाभ पहुंचाना है। इस अभियान के तहत किसानों से सीधा संवाद करके फीडबैक लेकर कृषि अनुसंधान को एक नई दिशा मिलेगी। आज से आगामी 12 जून तक प्रदेशभर में चलाया जा रहा यह अभियान, किसानों को सशक्त करने की प्रतिबद्धता का सशक्त प्रमाण है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर में हरियाणा के कृषि, बागवानी, मत्स्य और पशुपालन विभागों तथा आईसीएआर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि किसानों की मेहनत, धैर्य और समर्पण से ही आज भारत खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बना है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से हर किसान को नीति का सहभागी और नवाचार का भागीदार बनाएंगे। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है, जो किसानों को ज्ञान, नवाचार और तकनीक से सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह अभियान एक ऐसी त्रिवेणी है, जिसमें कृषि वैज्ञानिक, कृषि से जुड़े विभागों के अधिकारी और किसान एक-दूसरे से सीधा संवाद करेंगे।
समृद्ध भारत तभी संभव होगा, जब हमारा किसान खुशहाल और आत्मनिर्भर बनेगा श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विकसित भारत’ का जो संकल्प लिया है, उसमें हमारे अन्नदाता को एक प्रमुख स्तंभ माना है। एक विकसित, मजबूत और समृद्ध भारत तभी संभव होगा, जब हमारा किसान खुशहाल और आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की संयुक्त पहल है।
उन्होंने कहा कि इस महा अभियान के तहत देशभर में 2 हजार से अधिक कृषि वैज्ञानिकों और कृषि अधिकारियों की टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें गांव-गांव जाकर लगभग डेढ करोड़ किसानों से सीधा संवाद करेंगी। यह अपने आप में कृषि क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान होगा। इस दौरान किसानों को स्थानीय जलवायु, मिट्टी और फसलों के अनुरूप विशेष सुझाव दिए जाएंगे। इस अभियान से किसान परंपरागत तरीकों के साथ-साथ स्मार्ट एग्रीकल्चर की ओर बढ़ेंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान राज्य है। इस समय जलवायु परिवर्तन, जल संकट, भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होना और बाजार की बदलती मांगें, ये सभी चुनौतियां आज हमारे सामने हैं। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ इन्हीं चुनौतियों का सामना करने में किसानों को सशक्त बनाएगा। यह अभियान लैब से खेत तक, यानी कृषि अनुसंधान को सीधे हमारे किसानों के खेतों तक पहुंचाने का काम करेगा। कृषि वैज्ञानिक, कृषि अधिकारी और प्रगतिशील किसान मिलकर राज्य के 1,380 गांवों और 109 ब्लॉकों को कवर करेंगे।
उन्होंने कहा कि आज डिजिटल तकनीक ने खेती को बदल दिया है। इस अभियान’ के दौरान डिजिटल टूल्स की जानकारी भी दी जाएगी। इससे किसान परंपरागत तरीकों के साथ-साथ स्मार्ट एग्रीकल्चर की ओर आगे बढ़ सकेंगे। हरियाणा सरकार किसानों के हितों में लगातार कल्याणकारी योजनाएं चला रही श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के हितों में लगातार कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए हर किसान को 2 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से 1,345 करोड़ रुपये का बोनस दिया है। ऐसा हरियाणा के इतिहास में पहली बार हुआ है। इसके अलावा, हमने अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे आबियाने को जड़ से खत्म किया है और आबियाना के 133 करोड़ रुपये की बकाया राशि को भी माफ किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने खेतों से गुजरने वाली बिजली की हाई टेंशन लाइनों के लिए मुआवजा नीति बनाई है। इसमें टावर एरिया की जमीन के लिए मार्केट रेट के 200 प्रतिशत व लाइन के नीचे की भूमि के लिए मार्केट रेट के 30 प्रतिशत मुआवजे का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पट्टेदार किसानों को मालिकाना हक दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पानी की हर बूंद को बचाने और सूक्ष्म सिंचाई को अपनाने का आह्वान किया है। इसलिए किसानों को पानी का ज्यादा दोहन करने वाली फसलों की जगह अन्य फसलों की खेती को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ें, क्योंकि प्राकृतिक खेती आज के समय की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने किसानों का आह्वान किया कि विकसित कृषि संकल्प अभियान को जन-आंदोलन बनाकर भारत को एक बार फिर ‘विकसित राष्ट्र’ बनाने की दिशा में निर्णायक कदम उठाएं।
किसानों की फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार ने बनाई योजना : श्याम सिंह राणा
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि देश में किसानों की फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए 15 दिनों का विकसित कृषि संकल्प अभियान कार्यक्रम लॉन्च किया गया है। ये कार्यक्रम प्रदेश के किसानों को उनकी भूमि की जानकारी मुहैया करवाने, सरकार की योजनाओं का किसानों को लाभ पहुंचाने और उनके संदेश को कृषि विभाग तक पहुंचाने का काम करेगा। ये वैज्ञानिक किसानों के बीच जाकर उनकी बात को सुनेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश के 15 लाख किसानों को मिट्टी जांच की रिपोर्ट उनके मोबाइल पर भेजी गई। इस रिपोर्ट से किसानों को अपने खेत की हेल्थ के बारे में जानकारी हासिल हुई।
श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किसानों का सहयोग करने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना को लागू कर हर किसान के खाते में प्रति वर्ष 6 हजार रुपये देने की शुरुआत की थी। अब तक 19 किस्तें किसानों को दी जा चुकी हैं। इसी तरह से पीएम फसल बीमा योजना को लागू करके प्राकृतिक आपदा से फसल को होने वाले नुकसान की भरपाई करवाने का कार्य किया जा रहा है। इसमें किसानों से प्रीमियम का डेढ़ प्रतिशत से 2 प्रतिशत ही हिस्सा लिया जाता है, बाकी की अदायगी सरकार द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा कि लगातार गिरते जल स्तर पर चिंता करते हुए प्रदेश के किसानों के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना को लागू किया गया। भूजल स्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में जो किसान धान की फसल की बजाए दूसरी फसलों को उगाता है उसे 8 हजार रुपए का अनुदान प्रति एकड़ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने किसानों को प्रति एकड़ पर एक देशी गाय लेने के लिए 30 हजार रुपये की सब्सिडी देने का प्रावधान किया है। साथ ही गाय के गोबर से खाद तैयार करने के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले ड्रमों के लिए भी सरकार द्वारा सहयोग राशि दी जा रही है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने 5 विभागों की पत्रिकाओं का विमोचन और आईसीएआर की तरफ से तैयार विकसित कृषि संकल्प अभियान के पोस्टर को हस्ताक्षर करके लॉन्च किया। इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री श्री सुभाष सुधा, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ राजा शेखर वुंडरू, मत्स्य पालन विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती अमनीत पी. कुमार, कृषि विभाग के निदेशक श्री राज नारायण कौशिक, पशुपालन विभाग के महानिदेशक डॉ. प्रेम सिंह, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव श्री प्रवीण आत्रेय, चेयरमैन श्री धर्मवीर मिर्जापुर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डॉ. बलदेव राज कम्बोज, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सुरेश कुमार मल्होत्रा और लुवास विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति श्री नरेश जिंदल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
