दादरी मंडी में सरसों की ढेरी में झार लगाते श्रमिक।
चरखी दादरी अनाज मंडी में मार्केट कमेटी द्वारा खरीद के दौरान तमाम व्यवस्थाएं करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन मंडी में लगे खाली पड़े फ्रीजर दावों की पोल खोल रहे हैं। किसानों का भी कहना है कि मंडी में उन्हें पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। उन्हों
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बता दे कि सरकार द्वारा दादरी सहित प्रदेश की दूसरी मंडियों में बीते 15 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। मंडी में 18 मार्च से सरसों की आवक शुरू हुई थी जो लगातार जारी है, लेकिन मंडी में अभी तक सुचारू रूप से खरीद शुरू नहीं हो पाई है।
पहले सरसों में नमी की मात्रा अधिक होने, हैंडलिंग एजेंट देरी से बनने और खरीद एजेंसी का सर्वेयर नहीं पहुंचने के कारण खरीद नहीं हो सकी थी। मंडी में 27 मार्च को दोपहर बाद सरकारी खरीद शुरू हुई लेकिन 28 मार्च को ही हैंडलिंग एजेंटों ने बिना कारण बताए ढेरी रिजेक्ट करने की बात कहकर खरीद का विरोध किया और 30 मार्च को नाममात्र ही खरीद हो पाई।

दादरी मंडी में सरसों की ट्रॉली खाली करता किसान।
रविवार को भी फसल लेकर पहुंचे किसान दादरी मंडी में किसान रविवार को भी फसल लेकर पहुंचे। मंडी आए मंदौला निवासी किसान सूबे सिंह, जोगेंद्र आदि ने कहा कि वे शनिवार शाम को फसल लेकर पहुंचे थे लेकिन करीब पांच बजे ही मंडी गेट बंद कर दिए गए, जिसके कारण उन्हें काफी इंतजार करना पड़ा और रविवार सुबह मंडी गेट खुलने पर फसल लेकर अंदर आए हैं।
किसानों ने कहा कि किसान रविवार को भी फसल निकालने का कार्य करते हैं। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसलिए रविवार को भी गेट पास जारी किए जाए और फसल खरीद के दौरान शाम को देर तक और सुबह जल्द गेट खोले जाए ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना झेलनी पड़े।
किसान बोले पीने का पानी तक नहीं मंडी पहुंचे किसानों ने कहा कि रविवार को फसल की खरीद तो नहीं हो रही लेकिन उन्होंने मंडी पहुंचकर ढेरी लगा दी है और उसमें झार लगवाकर साफ करवाने का कार्य कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि मंडी में प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है और यहां पीने का पानी तक नहीं है टंकी खाली पड़ी हैं। उन्होंने मांग की है कि किसानों के लिए पेयजल का तो प्रबंध किया जाए।

पानी की खाली टंकी दिखाता श्रमिक।
पहले वाली डीसी आई याद फसल लेकर मंडी पहुंचे किसान सूबे सिंह ने कहा कि बीते खरीद सीजन के दौरान यहां की डीसी मनदीप कौर ने रात करीब 9 बजे तक और सुबह 5 बजे मंडी गेट खुलवाए थे, जिसके चलते किसानों को कुछ हद तक राहत मिली थी। उन्होंने कहा कि पेयजल व दूसरी व्यवस्थाएं भी उन्होंने काफी हद तक दुरुस्त करवाई थी। लेकिन यहां से उनका तबादला हो चुका है और उसके बाद फिर से हालात पहले जैसे ही बन गए हैं।