चंडीगढ़ के सामुदायिक केंद्र बनेंगे राहत शिविर

10 मई, 2025 Fact Recorder

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए चंडीगढ़ नगर निगम का बड़ा फैसला, सामुदायिक केंद्र बनाए जाएंगे आपात शरण स्थल

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, चंडीगढ़ नगर निगम ने शुक्रवार को सामुदायिक केंद्रों को आपात स्थिति में उपयोग किए जाने वाले शरण स्थलों में बदलने का फैसला लिया है। यहां लोगों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।

यह फैसला महापौर हरप्रीत कौर बबला की अध्यक्षता में हुई एक आपातकालीन उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया, जिसमें शहर की तैयारियों और सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई। बैठक में नगर आयुक्त अमित कुमार, वरिष्ठ उपमहापौर जसबीर सिंह बंटी, उपमहापौर तरुणा मेहता, संयुक्त आयुक्त, मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में निर्णय लिया गया कि एक 24×7 आपातकालीन कंट्रोल रूम सक्रिय किया जाएगा, जो इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) से संचालित होगा। इसकी निगरानी एसडीई रुदेश कुमार करेंगे। कंट्रोल रूम का संपर्क नंबर 0172-2787200 रहेगा।

ब्लैकआउट और स्ट्रीट लाइट बंद करने को लेकर भी योजना तैयार की गई है। इसमें एसई (हॉर्टिकल्चर) की निगरानी में CREST संस्था के सहयोग से लाइट बंद करने और सायरन बजाने की प्रक्रिया लागू की जाएगी।

जल आपूर्ति को लेकर यह व्यवस्था की गई है कि बिजली बाधित होने की स्थिति में टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी। साथ ही, अभियंता रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) और मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन (MWA) के साथ मिलकर लोगों में जागरूकता फैलाएंगे, सामान की जमाखोरी रोकेंगे और आपात दिशा-निर्देश साझा करेंगे।

महापौर ने बताया कि सभी सामुदायिक केंद्रों को बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित शरण स्थलों में बदला जा रहा है। साथ ही, नगर निगम आपात स्थिति में उपयोग के लिए मशीनरी और परिवहन वाहनों की सूची भी तैयार कर रहा है।

यह भी बताया गया कि फायर और इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह से तैयार और सतर्क हैं।

महापौर बबला ने जनता से अपील की कि वे शांत रहें, अफवाहों से बचें और अधिकारियों से सहयोग करें। उन्होंने कहा,
“हम शहर की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हर जरूरी कदम उठा रहे हैं। सतर्क रहें, आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें और घबराएं नहीं।”