07 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Himachal Desk: राज्य दवा नियंत्रण विभाग और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की संयुक्त टीम ने नकली सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री (एपीआई) की आपूर्ति करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये नकली एपीआई उत्तराखंड से सप्लाई की जा रही थी। इसी सिलसिले में चार जुलाई को उत्तराखंड से दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की गहन जांच अभी भी जारी है और आगे और खुलासे होने की संभावना है।
गुप्त सूचना मिलने पर निरीक्षण टीम ने सिरमौर जिले के पांवटा साहिब बस स्टैंड के पास स्थित एक परिसर में अचानक छापा मारा। यह परिसर थोक दवा व्यापार के लिए वर्ष 2028 तक वैध लाइसेंसधारी है। छापे के दौरान दो प्रकार के नकली एपीआई — थायोकॉल्चीकोसाइड और एजिथ्रोमाइसिन — बरामद हुए। एजिथ्रोमाइसिन के लिए परिसर के मालिक या लाइसेंसधारी कोई खरीद रसीद पेश नहीं कर सके, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
राज्य दवा नियंत्रक डॉ. मनीष कपूर ने बताया कि थायोकॉल्चीकोसाइड आमतौर पर सूजन और मांसपेशियों की ऐंठन में उपयोग होती है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन से खिलवाड़ करने वाले ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच में और तथ्य सामने आने पर कार्रवाई तेज की जाएगी।