30 अक्टूबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Business Desk: केंद्रीय अन्वेषण (सीबीआई) ने खुलासा किया है कि अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली वित्तीय कंपनियों में निवेश के कारण यस बैंक को करीब 2,700 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है। एजेंसी ने अपने आरोपपत्र में बताया कि बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर ने इन कंपनियों में निवेश का निर्णय एकतरफा रूप से लिया था।
सीबीआई के अनुसार, यह मामला यस बैंक के मुख्य सतर्कता अधिकारी द्वारा दर्ज की गई दो अलग-अलग शिकायतों के आधार पर दर्ज किया गया था। एजेंसी ने कहा कि अनिल अंबानी के बेटे और रिलायंस कैपिटल के तत्कालीन कार्यकारी निदेशक अनमोल अंबानी की भूमिका की जांच अभी जारी है।
आरोपपत्र के मुताबिक, जब राणा कपूर 2017 से 2019 के बीच यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे, तब बैंक ने अनिल धीरूभाई अंबानी (एडीए) समूह की वित्तीय कंपनियों में 5,010 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
इनमें से 2,965 करोड़ रुपये रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCDs) में और 2,045 करोड़ रुपये रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (RCFL) के वाणिज्यिक पत्रों में लगाए गए थे।
सीबीआई के अनुसार, इस राशि में से 3,337.5 करोड़ रुपये दिसंबर 2019 तक गैर-निष्पादित निवेश (NPI) में बदल गए। बैंक इन निवेशों के बदले मिली प्रतिभूतियों से वसूली करने में नाकाम रहा, जिससे उसे 2,796.77 करोड़ रुपये का सीधा नुकसान हुआ।
जांच में यह भी पाया गया कि एडीए समूह की कुछ संस्थाएं मुखौटा कंपनियां थीं, जिनका इस्तेमाल फंड ट्रांसफर और वित्तीय अनियमितताओं के लिए किया गया। सीबीआई अब अनमोल अंबानी समेत संबंधित अधिकारियों की भूमिका की गहराई से जांच कर रही है।













