![]()
{“_id”:”67fc23f2adc7f345c303c6f3″,”slug”:”bihar-assembly-election-2025-story-of-state-governments-1972-till-1977-beginning-of-jp-movement-emergency-news-2025-04-14″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”आजादी के बाद का बिहार-2: 1972 में लौटा एक पार्टी के CM का दौर, एक छात्र आंदोलन ने रखी कांग्रेस के पतन की नींव”,”category”:{“title”:”India News”,”title_hn”:”देश”,”slug”:”india-news”}}
14/April/2025 Fact Recorder
बिहार में 1971 के बाद कैसे फिर से एक पार्टी के मुख्यमंत्री का दौर लौटा? इस बदलाव के बावजूद आखिर क्यों राज्य में आठ साल के अंदर पांच मुख्यमंत्री बदल गए? कांग्रेस में फूट का राज्य की सियासत में क्या असर रहा? कैसे बिहार से इसी दौर में शुरू हुई जयप्रकाश नारायण की क्रांति ने पहले कांग्रेस को उखाड़ फेंका और फिर जेपी के नेतृत्व में बना जनता दल खुद ही बिखर गया? आइये जानते हैं…
विस्तार
बिहार में विधानसभा चुनावों और सरकार के बनने-गिरने की कहानी आजादी के बाद से ही काफी दिलचस्प रही है। पहले राज्य में 15 साल तक श्रीकृष्ण सिन्हा के नेतृत्व में कांग्रेस का एकछत्र राज, फिर पार्टी में ही एक के बाद एक मुख्यमंत्रियों का बदलाव। 1967 के बाद से अलग-अलग राजनीतिक दलों के मुख्यमंत्रियों का शासन और इसके बाद कांग्रेस में ही दो धड़ों के बनने से बिहार में सियासी उथल-पुथल।