18 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Rashifal Desk: बागेश्वर बाबा की पदयात्रा का सफल समापन: धीरेंद्र शास्त्री ने बालाजी के समक्ष बताया—हमले, विरोध और ‘बेधर्मियों’ के बीच कैसे पूरी हुई ऐतिहासिक यात्रा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने पदयात्रा के सफल समापन के बाद बालाजी मंदिर में प्रवचन देते हुए पूरी यात्रा की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए फिदायीन हमले से लेकर कुछ “बेधर्मियों” द्वारा यात्रा रोकने की कोशिश तक, कई बाधाओं के बावजूद यह यात्रा बालाजी की कृपा से बिना किसी व्यवधान के पूरी हुई।
धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि वृंदावन धाम में 7 से 10 लाख लोग इस ऐतिहासिक यात्रा के साक्षी बने। तीन राज्यों—दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश—के 6 जिलों में 20 सभाएं और 50 से अधिक चौपालें लगीं। संत, महंत, सिनेमा जगत, सत्ता से जुड़े लोग और लाखों भक्त हिंदू एकता व हिंदू राष्ट्र के संकल्प के साथ इस यात्रा में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि अगर किसी और मजहबी समुदाय की यात्रा होती, तो शायद हालात अलग होते, लेकिन इस पदयात्रा में “फूलों के अलावा कुछ नहीं बरसा”। यात्रा के दौरान हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम कुछ समय के लिए चिंतित जरूर हुए, लेकिन बालाजी और हनुमान जी की कृपा से सब सुरक्षित रहा।
शास्त्री ने कहा कि पूरी पदयात्रा में दिखने वाले लोग “कठपुतली” की तरह थे, जबकि असल सूत्रधार स्वयं बालाजी थे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस यात्रा का संकल्प, योजना और सफलता उनका नहीं, बल्कि बालाजी की कृपा का परिणाम है।
अंत में उन्होंने बालाजी के समक्ष शपथ लेते हुए कहा कि पदयात्रा का पूरा उद्देश्य हिंदू हित और हिंदू राष्ट्र के संकल्प को मजबूत करना था, और इसमें दिव्य शक्तियों का मार्गदर्शन बना रहा।