14 मई, 2025 Fact Recorder
जस्टिस बी.आर. गवई ने ली देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ
जस्टिस बी.आर. गवई ने सुप्रीम कोर्ट के 52वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति ने उन्हें शपथ दिलाई। वे भारत के पहले बौद्ध और आज़ादी के बाद दलित समुदाय से दूसरे मुख्य न्यायाधीश बने हैं। उनका कार्यकाल लगभग छह महीनों का होगा।
जस्टिस गवई के प्रमुख फैसले
जस्टिस गवई ने अपने करियर में कई अहम फैसले सुनाए हैं। इनमें बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ फैसला, अनुच्छेद 370 को बरकरार रखना, नोटबंदी की वैधता, और अनुसूचित जातियों के कोटे में उप-वर्गीकरण को सही ठहराना शामिल हैं।
बुलडोजर जस्टिस पर उनकी टिप्पणी
बुलडोजर कार्रवाई पर फैसला सुनाते हुए जस्टिस गवई ने आश्रय के अधिकार को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बिना कानूनी प्रक्रिया के की गई तोड़फोड़ की आलोचना की और कहा कि ऐसी कार्रवाइयां प्राकृतिक न्याय और कानून के शासन के खिलाफ हैं। उनका कहना था कि कार्यपालिका न तो जज बन सकती है, न जूरी और न ही जल्लाद।
