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बढ़ती उम्र में घुटने और हड्डियां हो रही हैं कमजोर? जानें डॉक्टर से 10 अहम टिप्स।

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17 March 2025: Fact Recorder

उम्र बढ़ने पर बीमारियों का जोखिम भी बढ़ने लगता है, लेकिन उससे भी ज्यादा गंभीर समस्या हड्डियों की होती है। हड्डियों और घुटनों में दर्द होने से आपको चलने-फिरने से लेकर दैनिक कामों को करने में भी परेशानी होती है। डॉक्टर से जानिए मजबूत हड्डियों के लिए 10 टिप्स।

Health Tips: हमारे शरीर के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण जॉइंट्स में से एक घुटना है, जिसकी सुरक्षा करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमारे घुटने हमें चलने, कूदने, डांस करने, साइकिल चलाने, सीढ़ियां चढ़ने-उतरने से लेकर रोजमर्रा के हर काम को करने में मदद करते हैं। मगर वहीं, घुटने सबसे ज्यादा दर्द, चोट और गठिया जैसी बीमारी के शिकार बनते हैं। अधिकांश लोगों को बढ़ती उम्र के साथ कभी न कभी घुटने की समस्या होने की संभावनाएं रहती हैं। मगर एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने से इन समस्याओं के होने और बढ़ने के जोखिम को आसानी से कम किया जा सकता है।

एक्सपर्ट की सलाह

झांसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल के रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, डॉक्टर गौरव गुप्ता बताते हैं कि नियमित व्यायाम से लेकर सही खानपान तक, आप अपने जोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए कई हेल्दी कदम उठा सकते हैं। इन 10 टिप्स से दूर करें समस्या।

10 हेल्पफुल टिप्स

1. नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करें

आपके जोड़ गति के लिए बनाए गए थे। नियमित शारीरिक गतिविधि घुटनों और अन्य जोड़ो की कई तरीकों से मदद कर सकती है। आप ऐसी गतिविधियों को चुन सकते हैं, जो सुरक्षित और आसान हों, ताकि जोड़ों में चोट लगने का खतरा कम हो सके। आप लचीलेपन और गतिशीलता को बढ़ाने के लिए योगा या फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा बताए गए कुछ व्यायामों को कर सकते हैं। वॉक करना, तैरना या साइकिल चलाना फायदेमंद हैं।

2. वेट मैनेजमेंट

यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो हर शरीर का वेट आपके घुटनों पर ज्यादा दबाव डालता है, जो कार्टिलेज (Cartilage) के घिसने और दर्द को बढ़ा सकता है। कुछ रिसर्च से यह भी पता चलता है कि घुटनों के ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोगों के लिए वजन कम करना काफी मददगार साबित हो सकता है। अत्यधिक वजन न केवल घुटनों पर दबाव डालता है, बल्कि ज्यादा फैट शरीर में केमिकल्स का उत्पादन करती है जो सूजन को बढ़ावा देती हैं।

3. घुटनों को चोट लगने से बचाएं

गठिया वाले घुटने में चोट लगने से जोड़ों को नुकसान हो सकता है। Knee में चोट लगने से भविष्य में गठिया की बीमारी की संभावनाएं रहती हैं। घुटनों की सुरक्षा के लिए हाई इंटेंस एक्टिविटीज को करने से बचें, जैसे दौड़ना, एरोबिक्स, बास्केटबॉल या फुटबॉल जैसे खेल या कोई भी ऐसा कार्य जिसमें चोट लगने का जोखिम ज्यादा हो। अगर आपको जोड़ में दर्द हो, तो कुछ समय के लिए आराम जरूर करें।

joints pain

4. चोट के इलाज में लापरवाही न करें

अगर आपके घुटने या अन्य जॉइंट्स में चोट लग जाए, तो कभी भी उसके उपचार करवाने में देरी न करें। ऐसा करने से आपकी तकलीफ बढ़ सकती है। अगर सामान्य सूजन को कम करना है, तो आप बर्फ की सिकाई कर सकते हैं। घुटनों को आराम दें और ऐसी गतिविधियों से बचें जो दर्द का कारण बनती हैं।

5. दर्द पर ध्यान दें

यदि किसी हड्डी या जॉइंट में नया या बढ़ा हुआ दर्द महसूस हो रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। दर्द चोट या बीमारी के बढ़ने का संकेत हो सकता है, जिनका इलाज जरूरी है। रोजाना घुटने का दर्द आपके जोड़ों की सेहत के लिए खतरे का संकेत हो सकता है। अगर इससे आपको चलने-फिरने में भी दिक्कत हो रही है, तो तुरंत इलाज करवाएं।

6. सही आदतों का पालन करें

अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ने के लिए प्रयास करें। यह जोड़ो की सेहत को बिगाड़ने की एक और वजह बन सकती है। धूम्रपान को अधिक दर्द और जोड़ों के नुकसान से जोड़ा गया है। साल 2022 के एक अध्ययन में पाया गया है कि ई-सिगरेट या वेप पेन स्मोकिंग से भी हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।

7. सही डाइट

फल, सब्जियां, मछली, नट्स और बीन्स से भरपूर फूड्स खाएं। वहीं, प्रोसेस्ड फूड्स और सैचुरेटेड फैट्स युक्त फूड्स को खाने से परहेज करें।

8. पोश्चर सही करें

समय के साथ-साथ आपको अपनी डेली लाइफ में गलत पोश्चर के नुकसानों को भी झेलना पड़ सकता है। इससे आपके घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे कार्टिलेज में घिसाव होता है।

9. सही जूते का चयन

गलत जूते न केवल आपके पैरों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, बल्कि आपके बॉडी पोश्चर को भी बिगाड़ सकते हैं और आपके पूरे शरीर के जोड़ो पर असर डाल सकते हैं। हाई हील्स घुटनों पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं और ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) का खतरा बढ़ा सकते हैं।

10. घरेलू उपायों की मदद

अगर आपको हड्डियों और जोड़ों से संबंधित समस्याएं रहती हैं, तो आपको घरेलू उपायों की मदद लेनी चाहिए। दवा खाने की बजाय आयुर्वेदिक तेलों की मसाज या फिर जड़ी-बूटियों का सहारा लें।

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। Fact Recorder की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।