Fri, 24 Jan 2025: Fact Recorder
कठिन परिश्रम से गुजरकर आइपीएस अधिकारी बनीं अलंकृता सिंह ने यह नौकरी छोड़ दी है। 2008 बैच की आइपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह बिना अनुमति के लगभग चार वर्ष पूर्व लंदन गईं थीं और फिर ड्यूटी पर नहीं लौटीं। बीते दिनों उन्होंने अपना त्यागपत्र भेजा था जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया है। अब उनकी पत्रावली गृह मंत्रालय भेजी जाएगी। उनके त्यागपत्र पर जल्द राष्ट्रपति की मुहर लग सकती है।
खाकी वर्दी पहनने का सपना संजोने वाले युवा IPS अधिकारी बनने के लिए दिन-रात एक कर देते हैं। ऐसे ही कठिन परिश्रम से गुजरकर आइपीएस अधिकारी बनीं अलंकृता सिंह ने यह नौकरी छोड़ दी है। 2008 बैच की आइपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह बिना अनुमति के लगभग चार वर्ष पूर्व लंदन गईं थीं और फिर ड्यूटी पर नहीं लौटीं।
हालांकि शासन की ओर से उन्हें अप्रैल, 2022 में निलंबित कर दिया था। बीते दिनों उन्होंने अपना त्यागपत्र भेजा था, जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया है। अब उनकी पत्रावली गृह मंत्रालय भेजी जाएगी। माना जा रहा है कि उनके त्यागपत्र पर जल्द राष्ट्रपति की मुहर लग सकती है।
प्राइवेट सेक्टर में बनाना चाहती थीं बेहतर भविष्य
एक अधिकारी के अनुसार, निजी क्षेत्र में बेहतर भविष्य के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है। अलंकृता सिंह अपने पति के साथ लंदन में ही रह रही हैं। दोनों एक विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं। जमशेदपुर (झारखंड) निवासी अलंकृता सिंह एसपी सुलतापुर समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहीं थीं।