06 दिसंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Lifestyle Desk: देश के कई हिस्सों, खासकर दिल्ली–एनसीआर में, इन दिनों प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ है। डॉक्टर बता रहे हैं कि इसका असर बच्चों पर सबसे जल्दी और ज्यादा पड़ता है क्योंकि उनके फेफड़े अभी पूरी तरह विकसित नहीं होते।
👨⚕️ डॉक्टरों की क्या सलाह है?
AIIMS दिल्ली के पीडियाट्रिक विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु भदानी के अनुसार:
जिन इलाकों में AQI 200 से ज्यादा है, वहाँ बच्चों को लंबे समय तक आउटडोर गतिविधि से बचाना चाहिए।
प्रदूषण के छोटे कण बच्चों के फेफड़ों में जाकर
खांसी
सांस फूलना
एलर्जी
जैसी समस्याएँ बढ़ा सकते हैं।
पहले से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या एलर्जी वाले बच्चों के लिए जोखिम और ज्यादा है।
🕒 बच्चे कब और कितने समय के लिए बाहर जा सकते हैं?
सुबह और शाम को बिल्कुल न भेजें।
अगर AQI 150 से कम है, तब बच्चों को सीमित समय के लिए बाहर खेलने दिया जा सकता है।
बच्चों को बाहर भेजने का अपेक्षाकृत सुरक्षित समय:
⏰ सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच
(लेकिन इसी समय स्कूल का समय होता है, इसलिए छुट्टी वाले दिन यह समय सही रहेगा)
अगर यह भी संभव न हो तो घर में ही
इंडोर गेम्स
योगा
ब्रिदिंग एक्सरसाइज
करवाई जा सकती हैं।
👨👩👧 माता–पिता को क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए?
अस्थमा/एलर्जी वाले बच्चों के लिए इनहेलर हमेशा साथ रखें।
बाहर जाना पड़े तो N95 मास्क पहनाएं।
बच्चे को सांस लेने में समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
बिना डॉक्टर सलाह के कोई दवा न दें।
सांस की बीमारी वाले बच्चों को बिल्कुल बाहर न भेजें।
बच्चों के खानपान और हाइड्रेशन पर ध्यान दें।













