वेदांता की बड़ी बोली के बावजूद अडानी को मिली बढ़त

जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के लिए हुई इलेक्ट्रॉनिक नीलामी में वेदांता ग्रुप ने 17,000 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी बोली लगाई थी। इसके बावजूद लेनदारों

19 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Business Desk: जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के लिए हुई इलेक्ट्रॉनिक नीलामी में वेदांता ग्रुप ने 17,000 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी बोली लगाई थी। इसके बावजूद लेनदारों ने अडानी एंटरप्राइजेज को विजेता के रूप में चुना है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अडानी ने उच्च एडवांस पेमेंट का ऑफर दिया था, जिसकी वजह से उसका प्रस्ताव लेनदारों को अधिक आकर्षक लगा, भले ही उसका नेट प्रेजेंट वैल्यू वेदांता से लगभग 500 करोड़ रुपये कम था।

मंगलवार रात 9 बजे वोटिंग समाप्त हुई, जिसमें लेनदारों ने सर्वसम्मति से अडानी के पक्ष में मतदान किया। जेएएल पर 55,000 करोड़ रुपये का बकाया है और इसका प्रबंधन दिवालियापन प्रक्रिया के तहत चल रहा है। हालांकि, कुछ लेनदारों ने इस स्कोरिंग सिस्टम पर सवाल उठाए हैं और माना जा रहा है कि यह फैसला कानूनी समीक्षा का विषय बन सकता है।

इस सौदे के लिए पहले डालनिया भारत, जिंदल पावर, पीएनसी इंफ्राटेक और वेदांता के साथ कुल पांच कंपनियां दौड़ में थीं। जेएएल के प्रमोटर मनोज गौड़ ने भी 18,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया था, लेकिन लेनदार उसे पर्याप्त वित्तीय समर्थन न होने के कारण स्वीकार नहीं कर पाए।