मालेरकोटला, 01 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Punjab Desk: पंजाब सरकार के निर्देशों और प्रोजेक्ट जीवनजोत 2.0 के तहत जिले को बाल भिक्षावृत्ति और बाल मजदूरी से पूरी तरह मुक्त करने के उद्देश्य से जिला बाल संरक्षण विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में जिला बाल संरक्षण अधिकारी हरप्रीत कौर संधू के नेतृत्व में बाल संरक्षण विभाग की टीम और विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा मालेरकोटला शहर में विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया।
स्थानीय सरकारी कॉलेज से मिली सूचना के आधार पर यह विशेष चेकिंग की गई। सूचना प्राप्त होते ही टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान कई बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जांच और दस्तावेजों की पुष्टि के बाद बच्चों को उनके अभिभावकों को इस शर्त पर सौंपा गया कि वे भविष्य में कभी भी अपने बच्चों को भिक्षा मांगने के लिए बाहर नहीं भेजेंगे और उनकी शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेंगे।
इस मौके पर बच्चों के अभिभावकों को विशेष काउंसलिंग दी गई और सख्त चेतावनी जारी की गई कि यदि दोबारा उनके बच्चे शहर में भीख मांगते पाए गए तो उन्हें जालंधर के होम में भेज दिया जाएगा।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि यह विशेष चेकिंग अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा ताकि जिले को पूरी तरह बाल भिक्षावृत्ति और बाल मजदूरी से मुक्त किया जा सके।
इस अभियान के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी मूबीन कुरैशी (CPO), हेडमास्टर कुलविंदर सिंह, रफीक मोहम्मद, गुरजंत सिंह, जसप्रीत कौर, चाइल्डलाइन सुपरवाइजर यूनिस, काउंसलर रविंदर कौर, जिला कार्यक्रम अधिकारी परगट सिंह और बाल सुरक्षा इकाई की पूरी टीम मौजूद रही।













