14 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
punjab Desk: नौवें पातशाह, हिंद दी चादर श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की तपोभूमि बाबा बकाला साहिब एक अत्यंत पवित्र और ऐतिहासिक नगरी है। यहीं पर गुरु साहिब जी ने लगभग पौने 27 वर्षों तक कठोर तपस्या की थी। इस पावन स्थल पर स्थित गुरुद्वारा श्री भोग साहिब उनकी तपस्थली के रूप में जाना जाता है, और यह स्थान देश-विदेश के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन चुका है। हर दिन सैकड़ों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होते हुए अनुभव करते हैं। पिछले वर्षों में जब पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की सरकार थी, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इस ऐतिहासिक नगर को ‘बाबा बकाला साहिब’ की उपाधि देकर इसका मान बढ़ाया था। अब इस क्षेत्र के राजनीतिक, धार्मिक संगठनों, समाजसेवियों और गुरु घर से प्रेम रखने वाले संगतों ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाई है। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की है कि आने वाले ‘साचा गुरु लाधो रे’ दिवस के अवसर पर, जब मुख्यमंत्री स्वयं राज्य स्तरीय समारोह में भाग लेने आ रहे हैं, तो उस समय इस नगर की पावनता और ऐतिहासिकता को सम्मान देते हुए इसे ‘श्री बाबा बकाला साहिब’ की उपाधि दी जाए। साथ ही यह घोषणा उसी दिन आधिकारिक रूप से की जाए, जिससे इस नगर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक पहचान और श्रद्धा प्राप्त हो सके। यह मांग न केवल ऐतिहासिक महत्व को मान्यता देने की दिशा में एक कदम होगी, बल्कि श्रद्धालुओं की भावनाओं का भी सम्मान होगा।