बिहार विधानमंडल की कार्यवाही शुरू होने से पहले राजद के विधायकों ने पोर्टिको में प्रदर्शन किया। उन्होंने पीडीएस दुकानदारों का मानदेय बढ़ाकर 25,000 रुपए करने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की। मीडिया से बात करते हुए मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सदा ने पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत पर शराब के कारोबार में लिप्त होने के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि शराब के कारोबार को लेकर जांच की जानी चाहिए और किसी को भी कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा।
इधर, विधानसभा में गुरुवार को जहानाबाद से राजद विधायक सुदय यादव मोबाइल देखकर सदन में सवाल पूछ रहे थे। उसी वक्त अचानक सीएम नीतीश कुमार सदन में खड़े हुए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोग मोबाइल देखकर सवाल पूछ रहे हैं। मोबाइल प्रतिबंधित था। यह कोई बात है क्या? विधानसभा अध्यक्ष से सएम नीतीश कुमार ने कहा कि सदन के अंदर मोबाइल बैन होना चाहिए। सदन के अंदर कोई मोबाइल लेकर नहीं आए। जो मोबाइल लेकर आता है उन्हें बाहर कीजिए।
10 साल में धरती खत्म हो जाएगी
सीएम नीतीश कुमार ने फिर से विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि सदन में मोबाइल प्रतिबंध लगा दीजिए। यह पिछले पांच छह साल से शुरू हुआ। यही हाल रहा था 10 साल में धरती खत्म हो जाएगी। पहले तो हम खूब देखते थे। लेकिन जब जान गए कि गड़बड़ होने वाला है तो हम भी मोबाइल देखना छोड़ दिए। उन्होंने स्पीकर से कहा कि कोई मोबाइल लेकर आएगा तो उसे बाहर निकाल दीजिए। सीएम नीतीश ने विपक्ष के विधायक से कहा कि बैठो न जी। क्या मोबाइल देखकर आप पढ़ रहे हो। यह नुकसानदायक है।
बजट सत्र के 13वें दिन पारित होंगे 5 विभागों के बजट
बिहार विधानसभा में बजट सत्र के 13वें दिन स्वास्थ्य, कृषि, समाज कल्याण, आपदा प्रबंधन समेत पांच विभागों के बजट को पारित कराया जाएगा। इन विभागों के प्रभारी मंत्री आज सदन के पटल पर बजट पेश करेंगे। इसे सदन में सेकेंड हाफ में पास किया जाएगा। इस घटनाक्रम के बीच, बिहार सरकार पर इस बात को लेकर दबाव है कि वह गंगा किनारे के जिलों में बढ़े आर्सेनिक स्तर को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए, ताकि किसानों और आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं न हों।
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