बच्चों व महिलाओं के संपूर्ण टीकाकरण के लिए नवनिर्वाचित पंचायतों से की अपील

मिशन का उद्देश्य 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों व गर्भवती माताओं के पूर्ण टीकाकरण करवानाः बीईई सुशील

आशा कार्यकर्ताओं घर-घर जा के कर रही हैं डाटा एकत्रित: बीईई सुशील कुमार

फाजिल्का, मार्च (): बीडीपीओ कार्यालय खुईयाँ सरवर में नवनिर्वाचित पंचायतों को सिविल सर्जन फाजिल्का डॉ. चंद्र शेखर, सहायक सिविल सर्जन डॉ. रोहित गोयल के कुशल नेतृत्व में तथा डीएफपीओ डॉ. कविता सिंह,  डॉ. रिंकू नोडल अधिकारी और सीनियर मेडिकल अफ़सर सीएचसी खुईखेड़ा डॉ. विकास गांधी की देखरेख में ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग सीएचसी खुईखेड़ा की ब्लाक मास मीडिया ब्राँच इंचार्ज बीईई सुशील कुमार द्वारा लोगों के कल्याण के लिए शुरू की गई स्वास्थ्य योजना के बारे में जागरूक किया गया तथा उनसे इस योजना में भाग लेने की अपील की गई।
इस दौरान बीईई सुशील कुमार ने नवनिर्वाचित पंचायतों को अपने संबोधन में कहा कि पंजाब सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। विभाग द्वारा बच्चों और गर्भवती महिलाओं को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। नियमित टीकाकरण के दौरान छूटे हुए बच्चों का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए टीकाकरण से बचाव योग्य बीमारियों से संबंधित कर्मचारियों का सर्वेक्षण और प्रशिक्षण कराया जा चुका है। इसके तहत अब ब्लाक खुई खेड़ा में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर पहुंचकर टीकाकरण संबंधी सर्वे कर डाटा एकत्रित किया जा रहा है ।
अभियान के संबंध में बीईई सुशील कुमार ने सभी से निवेदन किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में टीकाकरण से वंचित रह गए बच्चों व गर्भवती महिलाओं की पहचान कर स्वास्थ्य विभाग की सहायता करें। उन्होंने कहा कि इस मिशन का उद्देश्य 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों व गर्भवती माताओं के नियमित टीकाकरण में कमी को पूरा करना तथा पूर्ण टीकाकरण करवाना है। इससे गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित होगा, ताकि गर्भवती व नवजात बच्चों की मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
ब्लॉक मास मीडिया इंचार्ज ने बताया कि यह अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा, पहला चरण 24 फ़रवरी से 1 मार्च तक चलाया गया और दूसरा चरण 24 से 31 मार्च तक चलेगा। उन्होंने कहा कि गर्भवती माताएं तथा पांच वर्ष तक के बच्चे जो किसी कारणवश टीकाकरण से वंचित रह गए हैं या जिनका टीकाकरण पूरा नहीं हुआ है, उन्हें विशेष शिविरों के माध्यम से टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में टीकाकरण से छूटे हुए क्षेत्र, उच्च जोखिम वाले क्षेत्र, झुग्गी-झोपड़ी वाले क्षेत्र, प्रवासी आबादी, झुग्गी-झोपड़ी वाले क्षेत्र, भट्ठे, खाली उप-केंद्र जहां 2 या 3 नियमित टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं हुए हैं, पहुंच से दूर आबादी, प्रकोप वाली आबादी और अन्य कठिन क्षेत्र शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि गर्भवती माताओं को दो टिटनेस के टीके तथा बच्चों को पोलियो, टीबी, डिप्थीरिया, डायरिया, खसरा व रूबेला, इंसेफेलाइटिस, पीलिया, काली खांसी, निमोनिया तथा अंधेपन जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए सम्पूर्ण टीकाकरण कराना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने पंचायत से इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए, स्वास्थ्य कार्यक्रम अलग-अलग समय पर शुरू किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए। इस दौरान आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री कैंसर राहत कोष, मातृ एवं शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, हेपेटाइटिस सी, एनसीडी कार्यक्रम और निःशुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान फाजिल्का ब्लॉक के गांवों के नवनिर्वाचित सरपंच व पंचायत सदस्यों के अलावा एसआईआरडी से गुरविंदर सिंह व अन्य मौजूद थे।