हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषित मेले में पहुंचे किसान।
हरियाणा के हिसार में स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कृषि मेला संपन्न हुआ। मेले में हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से करीब 83 हजार किसानों ने भाग लिया।
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मुख्य अतिथि और लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेश जिंदल ने किसानों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि को व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहिए। कृषि क्षेत्र में उद्यमिता से आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।

मेले में गेहूं की फसल को देखते किसान।
प्रो. जिंदल ने बताया कि उद्यमिता से किसान सशक्त बनेंगे। टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा मिलेगा। इससे पोषण सुरक्षा, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा में सुधार होगा। उन्होंने किसानों से राज्य सरकार की कृषि और पशुपालन योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।
खरीफ फसलों के 43 लाख रुपए के बीज बिके
विश्वविद्यालय द्वारा विकसित नई किस्में अधिक पैदावार देने वाली और गुणवत्तापूर्ण हैं। इसी कारण हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के उन्नत बीजों की हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी मांग है। कृषि क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इनमें भूमि की लवणता, उर्वरा शक्ति में कमी, भूजल स्तर का गिरना और रासायनिक उर्वरकों का अधिक प्रयोग प्रमुख हैं। मेले में खरीफ फसलों के 43 लाख रुपए के बीज बिके।