15 March 2025: Fact Recorder
- होली के शुभ मौके पर 10 साल बाद फिर से पुरानी अस्पताल गुरदासपुर में गूंजी किलकारियां, बच्चे ने जन्म लिया
- चेयरमैन रमण बहल और उनकी पत्नी अर्चना बहल ने नवजात बच्चे को आशीर्वाद दिया
गुरदासपुर, 15 मार्च ( ) – पंजाब हेल्थ सिस्टम्स कॉर्पोरेशन के चेयरमैन श्री रमण बहल ने अपनी अनथक कोशिशों से गुरदासपुर शहर के बंद पड़े पुरानी सिविल अस्पताल को 2022 में फिर से शुरू करवाकर इसे 30-बेड वाले अर्बन कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का दर्जा दिलवाया था। पंजाब सरकार द्वारा पुरानी सिविल अस्पताल को अर्बन कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का दर्जा देने के बाद यहां 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं शुरू कर दी गई थीं।
इसके बाद चेयरमैन श्री रमण बहल ने यह प्रयास भी जारी रखा कि पुरानी सिविल अस्पताल में ममता-शिशु सेवाएं भी फिर से शुरू हो जाएं। आखिरकार श्री बहल की कोशिशों का परिणाम आया और अब पुरानी सिविल अस्पताल (जो अब अर्बन कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, गुरदासपुर है) में ममता-शिशु सेवाएं फिर से शुरू हो गईं हैं।
गुरदासपुर शहर के पुरानी सिविल अस्पताल में 10 साल बाद होली के शुभ मौके पर फिर से नवजात बच्चे की किलकारियां गूंजी हैं। पुरानी सिविल अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की देख-रेख में एक प्यारे से बच्चे ने जन्म लिया है।
इस नवजात बच्चे को देखने और उसकी सेहत का हाल जानने के लिए पंजाब हेल्थ सिस्टम्स कॉर्पोरेशन के चेयरमैन श्री रमण बहल और उनकी पत्नी श्रीमती अर्चना बहल पुरानी सिविल अस्पताल पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने बच्चे के माता-पिता को बधाई दी और बच्चे को आशीर्वाद दिया तथा उसके अच्छे स्वास्थ्य और सुनहरे भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर गुरदासपुर वासियों के साथ यह खुशखबरी साझा करते हुए चेयरमैन श्री रमण बहल ने कहा कि अब पुरानी सिविल अस्पताल में ममता-शिशु सेवाएं शुरू होने से गर्भवती महिलाओं को जन्म के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। श्री बहल ने कहा कि साल 2016 में जब अकाली-भा.ज.पा. सरकार ने गुरदासपुर शहर से सिविल अस्पताल को बंद कर शहर से बाहर कर दिया था, तब से ही शहरवासियों को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर काफी चिंता थी। इमरजेंसी की स्थिति में शहर में कोई चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण लोग काफी परेशानी का सामना कर रहे थे। बीमारों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए शहर से बाहर बब्बरी में बने अस्पताल में दवाइयां लेने जाना बहुत कठिन था।
श्री रमण बहल ने कहा कि शहरवासियों की पुरानी सिविल अस्पताल को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर उन्होंने अपने साथियों के साथ कई बार धरने-प्रदर्शन भी किए थे। 2022 विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने गुरदासपुरवासियों से पुरानी सिविल अस्पताल को फिर से शुरू करने का वादा किया था और सरकार बनने के बाद दिसंबर 2022 में उन्होंने पुरानी सिविल अस्पताल को फिर से शुरू करवा दिया था। उन्होंने कहा कि अब इस अस्पताल में ममता-शिशु सेवाएं भी फिर से शुरू हो गई हैं और आज यह बहुत खुशी की बात है कि 10 साल बाद इस अस्पताल में फिर से किलकारियां गूंजी हैं।
चेयरमैन श्री रमण बहल ने कहा कि पुरानी सिविल अस्पताल के ममता-शिशु वार्ड में 32 कर्मचारियों और विशेषज्ञ डॉक्टरों का स्टाफ तैनात किया गया है। अब शहरवासियों को यहां 24 घंटे चिकित्सा सेवाएं मिलने लगी हैं। उन्होंने कहा कि लोक सेवा हमेशा उनकी प्राथमिकता रही है और गुरदासपुर के पुरानी सिविल अस्पताल में ममता-शिशु सेवाओं के शुरू होने से उन्हें दिली संतुष्टि मिली है।
इस दौरान अपनी कहानी साझा करते हुए प्रियंका पतनी रामसरोबण निवासी बब्बरी बाइपास गुरदासपुर ने बताया कि वह गर्भवती थीं और वह सिविल अस्पताल गुरदासपुर (बब्बरी) से अपनी चेकअप करवा रही थीं। अचानक उन्हें दर्द हुआ और उन्हें अर्बन सी.एच.सी. गुरदासपुर में भर्ती होना पड़ा। लेकिन सामान्य धारणा के खिलाफ उनके लिए यह अस्पताल भाग्य का कारण साबित हुआ, जहां उन्हें बेटे की प्राप्ति हुई। उनके लिए यह अस्पताल जीवन भर की यादों को संजोए रखेगा। उन्होंने बताया कि वह पहले डर रही थीं, लेकिन उन्हें यहां बहुत सम्मान और देखभाल मिली। नए कंबल, नई चादरों और स्टाफ द्वारा बहुत अच्छी देखभाल की गई। उन्हें सभी दवाइयां अस्पताल के अंदर से मुफ्त में मिल गईं और उनका यहां कोई खर्चा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वह आम आदमी हैं और आम आदमी की भलाई समझने वाली सरकार की दिल से प्रशंसा करती हैं।
इस मौके पर कार्यकारी सिविल सर्जन गुरदासपुर डॉ. प्रभजोत कालसी, डीएमसी डॉ. रोमि राजा और एस.एम.ओ. डॉ. अरविंद महाजन के अलावा अन्य स्टाफ भी मौजूद था।