पंजाब के डिजिटल म्यूजियम से लोगों को क्या लाभ होंगे? जानें विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान से

13 March 2025: Fact Recorder

पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने विधानसभा बहसों को प्रभावी बनाने के लिए एक नई पहल के रूप में विधायी डिजिटल म्यूजियम का सर्च इंजन लॉन्च किया है। इस सर्च इंजन के जरिए लोग 1947 के बाद से अब तक की विधानसभा बहसों के बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल भारत में अपनी तरह की पहली है, और पंजाब ने इसे लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है।

डिजिटल म्यूजियम सर्च इंजन के फायदे:

1. इतिहास तक आसान पहुंच
इससे राज्य की जनता को 77 सालों की विधानसभा बहसों और कार्यवाहियों की जानकारी आसानी से मिल जाएगी।

2. शोधकर्ताओं और नागरिकों के लिए सहारा
यह सर्च इंजन नागरिकों, शोधकर्ताओं और सांसदों को विधानसभा की ऐतिहासिक बहसों और कार्यवाही तक आसानी से पहुंचने में मदद करेगा।

3. खोज में सुविधा
यूजर्स को सब्जेक्ट, भाषा और तिथि सीमा के आधार पर बहसों को खोजने की सुविधा मिलेगी, जिससे यह और भी उपयोगी बनेगा।

4. विधानसभा बहसों का संग्रह
यह सर्च इंजन 1947 से लेकर अब तक की सभी विधानसभा बहसों तक पहुंच उपलब्ध कराएगा, जिससे जनता के लिए इतिहास जानना संभव होगा।

5. विधायकों के लिए समाधान
यह पहल विधायकों को एक व्यापक समाधान तैयार करने में मदद करेगी, जिससे वे विधानसभा की प्रक्रियाओं को बेहतर समझ सकेंगे।

6. ट्रेनिंग केंद्र की योजना
डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करने में आसानी के लिए, अन्य विभागों के लिए नियमित ट्रेनिंग सेंटर की योजना बनाई गई है, ताकि उनका प्रशिक्षण सही ढंग से हो सके।

उद्देश्य:

कुलतार सिंह संधवान ने कहा कि इन पहलाओं का उद्देश्य विधायी प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना और शासन की पारदर्शिता को बढ़ाना है। इसके अलावा, विधायक ई-कनेक्ट कार्यक्रम के तहत ई-गैलरी पास और सदन समितियों के पेपरलेस आंतरिक कामकाज की शुरुआत भी की गई है।

यह डिजिटल पहल राज्य में पारदर्शिता को बढ़ाने और विधानसभा की कार्यप्रणाली को ज्यादा प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।