13 Feb 2025: Fact Recorder
अयोध्या : आचार्य सत्येंद्र दास के निधन की घोषणा राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से कर दी गई है. यह ट्रस्ट के लिए और अयोध्या वासियों के लिए भी गहरा धक्का है|
श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का निधन हो गया है. लखनऊ के पीजीआई में उनका इलाज चल रहा था. उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था. पीजीआई से थोड़ी देर में अयोध्या के लिए उनका पार्थिव शरीर ले जाया जाएगा. 7 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से इसकी घोषणा कर दी गई है. यह ट्रस्ट के लिए और अयोध्या वासियों के लिए भी गहरा धक्का है.
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास साल 1993 से रामलला के सेवा में तैनात थे. राम मंदिर ट्रस्ट ने सत्येंद्र दास के निधन पर गहरा शोक जताया है. उनके निधन से रामनगरी के मठ मंदिरों में भी शोक की लहर है. बीते दिनों ब्रेन हेमरेज होने के बाद पीजीआई में उन्हें भर्ती कराया गया था.
2 फरवरी को स्ट्रोक के चलते सत्येंद्र दास को अयोध्या के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से बेहतर इलाज के लिए उन्हें पहले ट्रामा सेंटर और फिर लखनऊ एसजीपीजीआई रेफर किया गया था. अस्पताल प्रशासन द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, वह डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों से भी घिरे हुए थे |
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा, “परम रामभक्त, श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं सामाजिक व आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे तथा शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति!”
भाजपा सांसद रवि किशन ने भी एक्स पर लिखा, “श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी, आचार्य सत्येंद्र दास जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक है. वे संपूर्ण जीवन श्री रामलला की सेवा, भक्ति और धर्म की रक्षा के प्रति समर्पित रहे. उनकी आध्यात्मिक साधना, धर्म पर गहरी पकड़, और सनातन संस्कृति के प्रति अटूट निष्ठा ने उन्हें न केवल अयोध्या बल्कि समस्त हिंदू समाज में एक पूजनीय संत के रूप में स्थापित किया.”
उन्होंने आगे लिखा, “उनका योगदान श्री राम जन्मभूमि आंदोलन से लेकर रामलला के पुनर्स्थापन तक अविस्मरणीय रहेगा. उनकी मधुर वाणी, ज्ञान की गहराई, और भक्ति की ऊर्जा ने असंख्य श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान किया. उनकी अनुपस्थिति से अयोध्या और समस्त भक्त समुदाय में एक अपूरणीय शून्य उत्पन्न हो गया है, जिसे भर पाना असंभव है. ईश्वर से प्रार्थना है कि वे पूज्य आचार्य सत्येंद्र दास जी की पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिवार, भक्तों तथा अनुयायियों को इस कठिन समय में धैर्य एवं संबल प्रदान करें. उनका आशीर्वाद और शिक्षा सदैव हमें धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते रहेंगे. ॐ शांति!”
4 फरवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना था. इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से इलाज की प्रोग्रेस पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशानिर्देश दिए थे. इससे पहले, अयोध्या सिटी के न्यूरो सेंटर के डॉक्टर अरुण कुमार सिंह ने बताया था कि आचार्य सत्येंद्र दास की स्थिति थोड़ी नाजुक है. सीटी स्कैन में पता चला कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ है और यह कई सेगमेंट्स में है. हमने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया है ताकि वहां पर उन्हें और बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके.
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