15 दिसंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
National Desk: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को विपश्यना ध्यान करने की सलाह देते हुए उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। केजरीवाल ने कहा कि राजनीतिक मतभेद अपनी जगह हैं, लेकिन विपश्यना जैसे ध्यान अभ्यास का मज़ाक उड़ाना किसी मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता।
दरअसल, सीएम रेखा गुप्ता ने प्रदूषण को लेकर दिए एक बयान में अप्रत्यक्ष रूप से केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा था कि वह दिल्ली छोड़कर “विपश्यना करने भागने” वालों में से नहीं हैं और न ही अपनी खांसी ठीक करने के लिए ऐसा करेंगी। इसी टिप्पणी पर केजरीवाल ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दी।
केजरीवाल बोले— ध्यान का मज़ाक ठीक नहीं
अपने पोस्ट में केजरीवाल ने लिखा कि भले ही आप मुझसे राजनीतिक दुश्मनी रखती हों, लेकिन भगवान बुद्ध द्वारा सिखाई गई दिव्य विपश्यना ध्यान पद्धति का मज़ाक उड़ाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि विपश्यना के लिए जाना “भागना” नहीं होता, बल्कि यह सौभाग्य की बात है।
केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर सीएम रेखा गुप्ता भी विपश्यना ध्यान करेंगी तो उन्हें भी शांति और सुकून मिलेगा। उन्होंने इसे एक सकारात्मक और आत्मिक अनुभव बताया।
रेखा गुप्ता का बयान
पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम के दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने कहा था कि उनकी सरकार दिल्ली में रहकर ही प्रदूषण की समस्या का समाधान ढूंढ रही है। उन्होंने कहा, “मेरी दिल्ली, मेरी जिम्मेदारी—हम इसी भावना से काम कर रहे हैं। समस्या यहीं है और समाधान भी यहीं मिलेगा।” उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह के उपाय लागू किए जा रहे हैं।
AAP का भाजपा सरकार पर हमला
इस मुद्दे पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भले ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की खांसी का मज़ाक उड़ाया जा रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि पूरा दिल्ली-एनसीआर गंभीर प्रदूषण की चपेट में है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार को सत्ता में आए करीब एक साल हो गया है, इसके बावजूद प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि न पंजाब में पराली जलाई जा रही है, न हरियाणा में, फिर भी हालात इतने खराब हैं कि बंद कमरों में भी धुंध और स्मॉग नजर आ रहा है।













