19 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Rashifal Desk: आज 19 नवंबर, बुधवार को मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस पावन तिथि पर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व माना गया है। मान्यता है कि गणपति बप्पा की आराधना से जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। आज कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जो दिन को और अधिक फलदायी बनाते हैं।
🔶 पंचांग विवरण
तिथि: कृष्ण चतुर्दशी (प्रातः 09:43 तक)
मास: मार्गशीर्ष (पूर्णिमांत)
वार: बुधवार
संवत्: 2082
🔶 योग और करण
योग: सौभाग्य (प्रातः 09:01 तक)
करण 1: शकुनि (प्रातः 09:43 तक)
करण 2: चतुष्पद (रात्रि 11:00 तक)
🔶 सूर्य-चंद्र विवरण
सूर्योदय: 06:47
सूर्यास्त: 05:26
चंद्रोदय: 20 नवंबर, 06:47
चंद्रास्त: 04:35
सूर्य राशि: वृश्चिक
चंद्र राशि: तुला
पक्ष: कृष्ण
🔶 शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: उपलब्ध नहीं
अमृत काल: 20 नवंबर, 01:05 बजे रात से 02:53 बजे तक
🔶 अशुभ समय
राहुकाल: 12:06 दोपहर – 01:26
गुलिकाल: 10:47 प्रातः – 12:06
यमगण्ड: 08:07 – 09:27
🔶 आज का नक्षत्र — स्वाती
समय: प्रातः 07:59 बजे तक
नक्षत्र गुणधर्म:
स्वभाव: स्वतंत्र, लचीला, शांत, चतुर
गुण: सामाजिक, कानूनप्रिय, आकर्षक, करुणामय
देवता: वायु देव
नक्षत्र स्वामी: राहु
प्रतीक: हवा में झुकती कोमल कली
🔶 भगवान गणेश के प्रमुख मंत्र
गणेश द्वादश नाम स्तोत्र:
‘गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:… द्वादशारे यजेद्गणम।’
गणपति वश्यमंत्र:
‘ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।’
सिद्धि मंत्र:
‘ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा।’













