कैच नहीं, इतिहास था ये! कपिल देव और सूर्यकुमार यादव के बाद अब अमनजोत कौर ने भी खत्म किया भारत का लंबा इंतज़ार

कैच नहीं, इतिहास था ये! कपिल देव और सूर्यकुमार यादव के बाद अब अमनजोत कौर ने भी खत्म किया भारत का लंबा इंतज़ार

03 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Sports Desk:  क्रिकेट में कहा जाता है— पकड़ो कैच, जीतो मैच!
2 नवंबर 2025 की शाम नवी मुंबई के मैदान पर यही कहावत एक बार फिर सच साबित हुई, जब भारत की ऑलराउंडर अमनजोत कौर ने ऐसा कैच पकड़ा, जिसे आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। ये सिर्फ एक कैच नहीं था — ये भारत की महिला क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप जीत का निर्णायक पल था।

वुलफार्ट बनीं खतरा, फिर आया वो लम्हा

दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वुलफार्ट अपनी टीम के लिए दीवार बन चुकी थीं। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में शतक जड़ने के बाद उन्होंने फाइनल में भी शतक पूरा कर लिया था और भारत की जीत की राह मुश्किल कर दी थी। भारत के लिए जरूरी था कि वुलफार्ट को जल्द से जल्द आउट किया जाए, वरना ट्रॉफी दूर जा सकती थी।

अमनजोत का कैच जिसने पलट दिया मैच

दीप्ति शर्मा के 42वें ओवर की पहली गेंद पर वुलफार्ट ने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन टाइमिंग गड़बड़ा गई। गेंद हवा में उड़ी, और उसी पल अमनजोत कौर बाईं ओर दौड़ पड़ीं। गेंद उनके हाथों से दो बार फिसली, पर गिरने से पहले उन्होंने उसे थाम लिया। इस शानदार कैच के साथ 101 रन बनाकर खेल रही वुलफार्ट की पारी समाप्त हुई — और यहीं से मैच का रुख भारत की ओर मुड़ गया।

“वो कैच नहीं, वर्ल्ड कप था”

अमनजोत का ये कैच भारतीय क्रिकेट इतिहास की उन लम्हों की कतार में जुड़ गया, जिनसे भारत का भाग्य बदला।
1983 में कपिल देव ने विव रिचर्ड्स का कैच लेकर भारत को पहला वनडे वर्ल्ड कप दिलाया था,
2024 में सूर्यकुमार यादव ने डेविड मिलर का कैच पकड़कर T20 वर्ल्ड कप भारत की झोली में डाला,
और अब 2025 में अमनजोत कौर ने लॉरा वुलफार्ट को आउट कर भारत की महिला टीम को पहला वनडे वर्ल्ड कप जिताया।

उस पल को देखकर हर भारतीय के दिल से बस एक ही बात निकली —
“वो कैच नहीं, वर्ल्ड कप था!”