31 अक्टूबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
International Desk: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सुपरसोनिक उड़ानों के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। नासा और अमेरिकी रक्षा एवं एयरोस्पेस निर्माता कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किए गए सुपरसोनिक जेट विमान X-59 का सफल परीक्षण दक्षिणी कैलिफोर्निया के रेगिस्तान के ऊपर किया गया। इस विमान की सबसे खास बात यह है कि यह आवाज की गति से उड़ान भरने में सक्षम है, लेकिन इसका शोर पारंपरिक सुपरसोनिक विमानों की तुलना में काफी कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक भविष्य में वाणिज्यिक हवाई यात्रा को पूरी तरह बदल सकती है।
बीते मंगलवार को हुए इस सफल परीक्षण में X-59 ने लगभग 40 मील की दूरी तय की। विमान लॉस एंजिल्स से करीब 60 मील उत्तर में स्थित पामडेल से उड़ान भरकर रेगिस्तान के ऊपर से गुजरते हुए नासा के आर्मस्ट्रांग फ़्लाइट रिसर्च सेंटर के पास उतरा। इस उड़ान का मुख्य उद्देश्य विमान की संरचनात्मक मजबूती और शोर नियंत्रण क्षमता का परीक्षण करना था।
नासा के मुताबिक, अगर यह तकनीक सफल साबित होती है तो भविष्य में न्यूयॉर्क से लॉस एंजिल्स जैसी लंबी दूरी की उड़ानें लगभग आधे समय में पूरी की जा सकेंगी। इससे हवाई यात्रा उद्योग में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव है।
गौरतलब है कि 1970 के दशक में ब्रिटिश एयरवेज और एयर फ्रांस के सुपरसोनिक विमान कॉनकॉर्ड ने अटलांटिक पार उड़ानें शुरू की थीं, लेकिन अत्यधिक शोर, उच्च लागत और एक बड़ी दुर्घटना के बाद 2003 में इन विमानों को सेवा से हटा दिया गया। अब नासा और लॉकहीड मार्टिन की यह नई पहल उस दौर को फिर से लौटाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, हालांकि इस बार उद्देश्य कम शोर और अधिक दक्षता के साथ भविष्य की हवाई यात्रा को नया आयाम देना है।













