एनसीईआरटी का बड़ा कदम: आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर 22 मातृभाषाओं में तैयार होंगी स्कूल की किताबें

एनसीईआरटी का बड़ा कदम: आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर 22 मातृभाषाओं में तैयार होंगी स्कूल की किताबें

30 अक्टूबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Education Desk: अब मातृभाषा में होगी पढ़ाई: एनसीईआरटी और आईआईटी मद्रास मिलकर 22 भारतीय भाषाओं में तैयार करेंगे स्कूल की किताबें                                                                                      देशभर के स्कूली छात्रों को अब अपनी मातृभाषा में पढ़ाई का अवसर मिलेगा। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के साथ एक अहम समझौता किया है, जिसके तहत एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें 22 भारतीय भाषाओं में तैयार की जाएंगी।

तकनीक से शिक्षा को मिलेगा नया रूप

इस साझेदारी के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की मदद से छात्रों के लिए डिजिटल पाठ्य सामग्री और शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे। इसका उद्देश्य शिक्षा को अधिक सुलभ, समावेशी और गुणवत्तापूर्ण बनाना है।

केंद्रीय स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार ने कहा कि यह पहल शिक्षा में तकनीकी नवाचार और सहयोगात्मक अनुसंधान को बढ़ावा देगी। उन्होंने बताया कि यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) और नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) के उद्देश्यों को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

डिजिटल और मातृभाषा आधारित शिक्षा पर फोकस

संजय कुमार ने कहा कि बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा देने के लिए सभी पुस्तकों को डिजिटल प्रारूप में लाने और उन्हें 22 अनुसूचित भाषाओं में उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए व्यक्तिगत रूप से अनुकूल शिक्षण (Personalized Adaptive Learning – PAL) प्रणाली विकसित करने और एआई टूल्स के माध्यम से बेहतर शैक्षणिक और तकनीकी संसाधन तैयार किए जाएंगे।

इस सहयोग से देश के छात्रों को मातृभाषा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी रूप से सशक्त शिक्षण अनुभव प्राप्त होगा।