बटाला, 21 अक्टूबर 2025 Fact Recorder
Punjab Desk : ज़िले की मंडियों में बीती शाम तक 3,81,138 मीट्रिक टन धान की आमद हुई, जिसमें से 3,60,384 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। अब तक 75 प्रतिशत फसल की उठान हो चुकी है और शेष फसल की उठान का कार्य जारी है। किसानों के खातों में अब तक 741 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
डिप्टी कमिश्नर श्री दलविंदरजीत सिंह ने किसानों से अपील की कि वे धान की कटाई के बाद इन-सिटू विधि से खेत में फसल अवशेषों को मिलाकर गेहूं की बुवाई करें या एक्स-सिटू विधि के तहत पराली प्रबंधन के लिए कृषि मशीनरी का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की बजाय किसानों को इसके गट्ठर (बेल) बनाकर इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि धारीवाल के पास के गांव सोहल के किसान पराली प्रबंधन (गट्ठर बनाकर) से अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत कर रहे हैं।
उन्होंने किसानों से अपील की कि धान की कटाई केवल तब की जाए जब फसल पूरी तरह पक जाए और मंडियों में केवल सूखा धान ही बिक्री के लिए लाया जाए। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने धान की खरीद के समय उसमें नमी की अधिकतम सीमा 17 प्रतिशत तय की है। यदि किसी किसान की फसल में नमी 17 प्रतिशत से अधिक पाई जाती है, तो उसकी फसल की खरीद नहीं की जा सकती, जिससे किसानों को मंडियों में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार, अब तक पंग्रेन द्वारा 1,35,263 मीट्रिक टन, मार्कफेड द्वारा 97,414 मीट्रिक टन, पंसप द्वारा 69,484 मीट्रिक टन, पंजाब स्टेट वेयरहाउस कॉर्पोरेशन द्वारा 58,215 मीट्रिक टन और निजी खरीदारों द्वारा 8 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है।













