06 सितम्बर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Lifestyle Desk: एक ही पेड़ पर कई फल संभव! जानें क्या है ग्राफ्टिंग तकनीक और इसके फायदे गार्डनिंग का शौक रखने वालों के लिए पौधों को उगाना और उनसे फल-फूल पाना हमेशा खास अनुभव होता है। पारंपरिक तरीके से पौधों की खेती तो आम है, लेकिन आज के समय में ग्राफ्टिंग तकनीक (Grafting) की मदद से आप एक ही पेड़ पर कई किस्म के फल या फूल उगा सकते हैं।
क्या है ग्राफ्टिंग? ग्राफ्टिंग एक वैज्ञानिक तकनीक है, जिसमें दो पौधों के ऊतक (Tissues) को जोड़कर उन्हें एक साथ विकसित किया जाता है। जब दोनों पौधे आपस में जुड़ जाते हैं, तो वे एक ही पौधे की तरह बढ़ते हैं और नई किस्म के फूल या फल देते हैं।
क्या एक ही पेड़ पर कई फल उग सकते हैं? अक्सर सोशल मीडिया पर आपने वीडियो देखी होंगी, जिनमें एक ही पेड़ पर कई फल लगे दिखते हैं। यह संभव है, लेकिन इसमें शर्त है कि पौधे एक ही परिवार (Species) के हों।
जैसे संतरा, नींबू और मौसमी को एक पेड़ पर लगाया जा सकता है। आम की अलग-अलग किस्में एक ही पेड़ पर उगाई जा सकती हैं।
सेब की कई वैरायटी एक पेड़ पर तैयार की जा सकती हैं।
हालांकि, बिल्कुल अलग-अलग फलों (जैसे केला और सेब) को एक ही पेड़ पर ग्राफ्ट करना अभी भी प्रयोगात्मक स्तर पर है।
ग्राफ्टिंग के प्रकार
ग्राफ्टिंग कई तरीकों से की जाती है। सबसे आम तरीके हैं:
एप्रोच ग्राफ्टिंग
स्प्लाइस ग्राफ्टिंग
सैडल ग्राफ्टिंग
साइड ग्राफ्टिंग
फ्लैट ग्राफ्टिंग
क्लेफ्ट ग्राफ्टिंग
हर तरीके का अपना अलग परिणाम होता है।
ग्राफ्टिंग के फायदे
कम जगह में ज्यादा पौधे और किस्में उगाना संभव।
बीज की तुलना में पेड़ जल्दी बढ़ते हैं और जल्दी फल देने लगते हैं।
पौधों की नई किस्में विकसित की जा सकती हैं।
समय और मेहनत दोनों की बचत होती है।
घर पर कैसे करें ग्राफ्टिंग?
ग्राफ्टिंग घर पर भी की जा सकती है। इसके लिए:
एक स्वस्थ पौधा जड़ सहित लें।
दूसरे पौधे की कलम काटकर जड़ वाले पौधे के तने में जोड़ें।
जोड़ने के बाद उसे टेप या धागे से अच्छी तरह बांधें।
सही मौसम, पौधे की देखभाल, कीट-नियंत्रण और पर्याप्त पानी व पोषण देना जरूरी है।
इस तरह आप अपने टेरेस गार्डन या छोटे गार्डन में भी एक पेड़ पर कई किस्में उगा सकते हैं।