04 सितम्बर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Punjab Desk: पंजाब में बाढ़ का कहर, 1400 से अधिक गांव जलमग्न पंजाब में बाढ़ से हालात गंभीर हो गए हैं। राज्य के सभी 23 जिलों के 1400 से ज्यादा गांव प्रभावित हैं और 4.5 लाख से अधिक लोग संकट में हैं। अब तक 37 लोगों की मौ*त हो चुकी है और 3.5 लाख एकड़ फसल पानी में डूब गई है। हालात बिगड़ने पर पंजाब सरकार ने पूरे राज्य को आपदाग्रस्त घोषित कर दिया है और प्रभावित सेवाओं की बहाली के लिए सभी विभागों को युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए हैं। कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, वहीं सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 7 सितंबर तक बंद रखने का आदेश जारी हुआ है।
बांधों पर दबाव से बढ़ा खतरा
हिमाचल में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से बांधों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। भाखड़ा बांध से रोजाना 75 हजार क्यूसेक, पौंग बांध से 1 लाख क्यूसेक और रणजीत सागर बांध से 71 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। रणजीत सागर बांध के सातों गेट पहली बार खोले गए हैं।
सरकार और प्रशासन के कदम
राज्य सरकार ने 71 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है।
पीडब्ल्यूडी, जल संसाधन और बिजली विभाग को तुरंत सेवाएं बहाल करने का निर्देश।
टेलीकॉम कंपनियों से मोबाइल-लैंडलाइन सेवाएं बहाल करने को कहा गया।
पंचायत और शहरी निकायों को राहत और पुनर्वास कार्य में लगाया गया।
आपदा घोषित होने के मायने
अब जिला प्रशासन अपने स्तर पर फैसले ले सकेगा। केंद्र से अतिरिक्त पैकेज मिलने की उम्मीद है। एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें बड़े स्तर पर तैनात होंगी और किसानों को विशेष राहत दी जा सकती है।
राजनीतिक हलचल और दौरे
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वहीं, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से पंजाब सहित हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग की है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।
पंजाब में बाढ़ का कहर, 1400 से अधिक गांव जलमग्न पंजाब में बाढ़ से हालात गंभीर हो गए हैं। राज्य के सभी 23 जिलों के 1400 से ज्यादा गांव प्रभावित हैं और 4.5 लाख से अधिक लोग संकट में हैं। अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है और 3.5 लाख एकड़ फसल पानी में डूब गई है। हालात बिगड़ने पर पंजाब सरकार ने पूरे राज्य को आपदाग्रस्त घोषित कर दिया है और प्रभावित सेवाओं की बहाली के लिए सभी विभागों को युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए हैं। कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, वहीं सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 7 सितंबर तक बंद रखने का आदेश जारी हुआ है।
बांधों पर दबाव से बढ़ा खतरा
हिमाचल में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से बांधों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। भाखड़ा बांध से रोजाना 75 हजार क्यूसेक, पौंग बांध से 1 लाख क्यूसेक और रणजीत सागर बांध से 71 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। रणजीत सागर बांध के सातों गेट पहली बार खोले गए हैं।
सरकार और प्रशासन के कदम
राज्य सरकार ने 71 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है।
पीडब्ल्यूडी, जल संसाधन और बिजली विभाग को तुरंत सेवाएं बहाल करने का निर्देश।
टेलीकॉम कंपनियों से मोबाइल-लैंडलाइन सेवाएं बहाल करने को कहा गया।
पंचायत और शहरी निकायों को राहत और पुनर्वास कार्य में लगाया गया।
आपदा घोषित होने के मायने
अब जिला प्रशासन अपने स्तर पर फैसले ले सकेगा। केंद्र से अतिरिक्त पैकेज मिलने की उम्मीद है। एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें बड़े स्तर पर तैनात होंगी और किसानों को विशेष राहत दी जा सकती है।
राजनीतिक हलचल और दौरे
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वहीं, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से पंजाब सहित हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग की है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।