चंडीगढ़ विकास में बाधा: हेरिटेज का हवाला देकर अटकीं कई परियोजनाएं

Hurdle in Chandigarh development: Many projects stuck citing heritage

16 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Chandigarh Desk: चंडीगढ़ में विकास कार्यों पर बार-बार हेरिटेज का रोड़ा, केंद्र ने संसद में दी सफाई            केंद्र सरकार ने संसद में स्पष्ट किया है कि पूरा चंडीगढ़ हेरिटेज शहर नहीं है। केवल फेज-1 (सेक्टर-1 से सेक्टर-30) और कुछ इमारतों को ही यह दर्जा प्राप्त है। वर्ष 2016 में कैपिटल कॉम्प्लेक्स को यूनेस्को ने ‘ट्रांसनेशनल वर्ल्ड हेरिटेज प्रॉपर्टी’ घोषित किया था।

इसके बावजूद चंडीगढ़ प्रशासन ने हेरिटेज का हवाला देकर कई बड़े और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को वर्षों तक रोके रखा या अधूरा छोड़ दिया। सेक्टर-17 प्लाजा का सौंदर्यीकरण, हाईकोर्ट के पास मल्टी-लेवल पार्किंग और मास्टर प्लान 2031 के तहत बनने वाला पहला ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट हेरिटेज आपत्तियों की वजह से ठप हो गए।

इतना ही नहीं, सेक्टर-22 के नेहरू पार्क में टॉयलेट बनाने जैसे छोटे काम भी हेरिटेज नियमों के कारण सालों तक अटके रहे। उस समय के सलाहकार मनोज परिदा ने इस पर नाराज़गी जताई और बैठक में कहा कि मूलभूत सुविधाओं को हेरिटेज के नाम पर रोका जाना अनुचित है।