तरणतारन 04 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Punjab Desk: जिला तरनतारन के सिविल सर्जन डॉ. गुरप्रीत सिंह राए की अध्यक्षता एवं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वरिंदरपाल कौर की अगुवाई में कार्यालय सिविल सर्जन, सरकारी अस्पताल तरनतारन और जिले के विभिन्न ब्लॉकों में सोमवार को माँ के दूध के महत्व से संबंधित सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गईं। यह सप्ताह 07 अगस्त तक चलेगा।
सिविल सर्जन डॉ. गुरप्रीत सिंह राए ने बताया कि इस सप्ताह का मुख्य उद्देश्य माताओं को माँ के दूध के महत्व और उसे सही तरीके से बच्चे को पिलाने के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि माँ का दूध नवजात बच्चे के लिए एक प्राकृतिक वरदान है और किसी भी बच्चे को इससे वंचित नहीं रखना चाहिए। सिविल सर्जन ने आगे कहा कि माँ का दूध बच्चे को कई बीमारियों से बचाता है और नवजात शिशु की मां को कम से कम छह महीने तक बच्चे को केवल माँ का दूध ही पिलाना चाहिए। उन्होंने फील्ड स्टाफ को कड़ी हिदायत दी कि इस अंतरराष्ट्रीय सप्ताह के दौरान ब्लॉक के विभिन्न गांवों में माँ के दूध के महत्व की जागरूकता फैलाएं।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वरिंदरपाल सिंह ने कहा कि इस सप्ताह के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाली गर्भवती महिलाएं और नवजात बच्चों की माताओं को माँ के दूध और उसे सही ढंग से पिलाने के तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसे माँ का गाढ़ा पीला दूध (कोलोस्ट्रम) देना बहुत आवश्यक है, जो बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। डॉ. वरिंदरपाल कौर ने कहा कि माताओं को कभी भी पैकेट वाले दूध को प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए क्योंकि वह माँ के दूध के बराबर नहीं हो सकता।
उन्होंने बताया कि माँ के दूध से बेहतर नवजात बच्चे के लिए और कोई वस्तु नहीं है और माताओं को इसे पिलाने से कभी भी हिचक नहीं करनी चाहिए। इस अवसर पर एसएमओ, सरकारी अस्पताल तरनतारन डॉ. सर्वजीत सिंह, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. राघव गुप्ता, डॉ. अवलीन कौर, डॉ. नीरज लत्ता, डॉ. विपुल, जिला मास मीडिया अधिकारी श्री सुखवंत सिंह सिद्धू सहित अन्य मौजूद थे।













