‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सरकार का बयान: पाक आतंकी हमले के बाद भारत की निर्णायक कार्रवाई

25 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

National Desk: ऑपरेशन सिंदूर’ पर सरकार का संसद में जवाब: पाक हमले के जवाब में शुरू हुआ सैन्य अभियान, भारत की कार्रवाई रही संतुलित और निर्णायक                                                                    ऑपरेशन सिंदूर’ और सीजफायर से जुड़े सवालों पर केंद्र सरकार ने शुक्रवार को पहली बार संसद में आधिकारिक बयान दिया। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के सवालों के लिखित जवाब में बताया कि यह सैन्य अभियान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में किए गए एक बर्बर सीमा-पार आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था।

आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए शुरू हुआ ऑपरेशन                                                                  मंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी ढांचे को खत्म करना और उन आतंकियों को निशाना बनाना था जिन्हें भारत में घुसपैठ के लिए तैयार किया जा रहा था। उन्होंने कहा, “भारत की यह कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उत्तेजक रही। यह हमारी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”

पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई और भारत की सख्त प्रतिक्रिया                                                          सरकार के मुताबिक, भारत की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने न केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, बल्कि नागरिक इलाकों पर भी हमला करने की कोशिश की। इसके जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को गंभीर नुकसान पहुंचाया।

सीजफायर पर सहमति                                                                                                        विदेश राज्य मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि इस सैन्य कार्रवाई के बाद, 10 मई 2025 को पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारत के DGMO से संपर्क कर गोलीबारी और सैन्य गतिविधियों को रोकने की अपील की, जिसे उसी दिन स्वीकार कर लिया गया।

सांसद के सवालों पर आया जवाब                                                                                            सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत, अंतरराष्ट्रीय दबाव की भूमिका, अचानक युद्धविराम की घोषणा और इससे सेना पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर सवाल उठाए थे। इन सवालों पर सरकार ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन भारत की अपनी रणनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से शुरू किया गया था और इसका संचालन पूरी तरह से भारत की प्राथमिकताओं के आधार पर किया गया।

यह जवाब संसद में भारत की आतंकवाद के खिलाफ रणनीति और सीमाओं की रक्षा के प्रति गंभीर रुख को दर्शाता है, साथ ही यह भी स्पष्ट करता है कि भारत किसी भी उकसावे का संतुलित लेकिन निर्णायक जवाब देने में सक्षम है।