चंडीगढ़ की फर्नीचर मार्केट पर चला बुलडोजर: 116 दुकानें गिराईं, सड़कों पर सीलिंग, भारी पुलिस बल तैनात

20 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Chandigarh Desk: सिटी ब्यूटीफुल” चंडीगढ़ की सबसे बड़ी मानी जाने वाली फर्नीचर मार्केट पर रविवार सुबह प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। सेक्टर-53/54 में स्थित करीब 116 छोटी-बड़ी दुकानों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा।

पहले से जारी था खाली करने का आदेश
प्रशासन ने पहले ही दुकानदारों को दुकानें खाली करने का आदेश दे दिया था, जिस कारण कई दुकानदारों ने अपना सामान पहले ही हटा लिया था। कार्रवाई के दौरान सड़क के दोनों ओर का ट्रैफिक बंद कर डायवर्ट किया गया।

15 एकड़ पर अवैध कब्जा
प्रशासन के मुताबिक, करीब 15 एकड़ सरकारी ज़मीन पर दुकानदारों ने अवैध कब्जा कर रखा था। 22 जून 2024 को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में दुकानें खाली करने का आदेश दिया गया था। 20 जुलाई को जमीन को खाली करवाने के लिए ये कार्रवाई की गई।

विकास के लिए अधिग्रहण
जिस जमीन पर यह मार्केट चल रही थी, वह 14 फरवरी 2002 को अधिग्रहीत की गई थी। कुल 227.22 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई थी, जिसमें कझहेड़ी, बड़हेड़ी और पलसौरा गांवों की जमीन शामिल थी। यह सेक्टर 53, 54 और 55 के विकास के लिए ली गई थी और ज़मीन मालिकों को मुआवजा भी दिया जा चुका है।

वैकल्पिक जगह की मांग खारिज
फर्नीचर मार्केट के दुकानदारों ने प्रशासन से वैकल्पिक जगह देने की मांग की थी, लेकिन 9 जनवरी 2025 को डीसी व एस्टेट ऑफिसर ने इसे खारिज कर दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के 2020 के “इंदौर डिवेलपमेंट अथॉरिटी बनाम मनोहर लाल” केस का हवाला देते हुए कहा कि सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्जेदारों को किसी तरह की प्राथमिकता नहीं दी जाएगी।

सस्ते फर्नीचर की खबर से उमड़ी भीड़
जैसे ही सोशल मीडिया पर ये खबर फैली कि फर्नीचर सस्ते दामों में मिल रहा है, रविवार सुबह भारी संख्या में लोग खरीदारी के लिए मार्केट पहुंच गए। हालांकि, केवल कुछ ही दुकानों पर सामान बिक्री होता देखा गया।

संक्षेप में:
चंडीगढ़ के सेक्टर 53-54 की फर्नीचर मार्केट में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई।

116 अवैध दुकानों को बुलडोजर से ढहाया गया।

दुकानदारों द्वारा कब्जा की गई 15 एकड़ सरकारी जमीन को खाली करवाया गया।

विकास कार्य के लिए अधिग्रहीत जमीन पर किया गया था कब्जा।

वैकल्पिक स्थान देने की मांग खारिज।

कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल और ट्रैफिक डायवर्जन।