यूक्रेन सरकार में बड़ा फेरबदल: यूलिया स्विरीडेंको बनीं नई प्रधानमंत्री, डेनिस शम्हाल को मिला रक्षा मंत्रालय का प्रभार

15 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

International Desk:  रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन की सरकार में अब तक का सबसे बड़ा राजनीतिक फेरबदल हुआ है। यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति तेज करने का निर्देश दिया है, जिससे युद्ध के और तेज़ होने की संभावना जताई जा रही है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यूलिया स्विरीडेंको को देश की नई प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया है। वहीं लंबे समय से प्रधानमंत्री पद संभाल रहे डेनिस शम्हाल को नया रक्षा मंत्री बनाया गया है। मौजूदा रक्षा मंत्री रुस्तेम उमेरोव को जल्द ही अमेरिका में यूक्रेन का राजदूत नियुक्त किया जा सकता है।

संसद की मंजूरी बाकी, लेकिन रास्ता साफ
हालांकि इन नियुक्तियों पर अंतिम मुहर यूक्रेनी संसद लगाएगी, लेकिन युद्धकाल में राष्ट्रपति जेलेंस्की को मिल रहे मजबूत समर्थन को देखते हुए, इन नामों को मंजूरी मिलने में किसी अड़चन की संभावना नहीं है।

अर्थशास्त्री से प्रधानमंत्री बनीं स्विरीडेंको
39 वर्षीय यूलिया स्विरीडेंको एक अनुभवी अर्थशास्त्री हैं और इससे पहले वे यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री और अर्थव्यवस्था मंत्री के रूप में कार्यरत थीं। हाल ही में उन्होंने अमेरिका के साथ एक खनिज समझौते में अहम भूमिका निभाई थी, जिसके बाद वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आईं।

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, “स्विरीडेंको अब सरकार की कमान संभालेंगी और उसके संचालन में नए बदलाव लाएंगी। वहीं डेनिस शम्हाल का अनुभव रक्षा मंत्रालय जैसे अहम विभाग के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा, जहां देश के प्रमुख संसाधन केंद्रित हैं।”

नई प्रधानमंत्री का फोकस: अर्थव्यवस्था और सुरक्षा
प्रधानमंत्री पद के लिए नामित होने के बाद यूलिया स्विरीडेंको ने कहा कि यूक्रेन इस समय एक निर्णायक दौर से गुजर रहा है, और उनकी प्राथमिकता युद्धग्रस्त अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना, घरेलू सहायता कार्यक्रमों का विस्तार करना और हथियार निर्माण में तेजी लाना होगी।

उन्होंने कहा कि उनका ध्यान नौकरशाही में कटौती, व्यापार को प्रोत्साहन और अनावश्यक खर्चों में कमी पर भी रहेगा। स्विरीडेंको ने स्पष्ट किया कि वर्तमान हालात में सभी संसाधनों को राष्ट्रीय सुरक्षा और युद्ध से उबरने में लगाया जाएगा।

इस फेरबदल को यूक्रेन सरकार की रणनीति में एक निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है, जहां युद्ध, रक्षा और अर्थव्यवस्था—तीनों मोर्चों पर नेतृत्व में बदलाव कर स्थिति को मजबूती देने की कोशिश की जा रही है।