“सोना-चांदी के भाव में बड़ी गिरावट, जानें 10 ग्राम सोने की नई कीमत”

24 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Business Desk: इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम की खबर ने सोने की सेफ हेवन मांग को कम कर दिया है। वैश्विक तनाव घटने पर निवेशक सुरक्षित निवेश से हटकर जोखिम भरे निवेशों की ओर बढ़ते हैं, जिससे सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव ₹97,000 से नीचे आ गया, जबकि चांदी की कीमतों में करीब 1% की कमी देखी गई। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम की घोषणा है, जिसने सेफ हेवन की मांग को प्रभावित किया। मंगलवार सुबह MCX पर सोने की कीमत ₹98,807 प्रति 10 ग्राम पर खुली, जो पिछले बंद भाव ₹99,388 से कम थी, और दिन के शुरुआती कारोबार में यह ₹96,422 तक गिर गई। चांदी की कीमतें भी ₹1,06,502 प्रति किलोग्राम पर खुली और दिन के दौरान ₹1,05,905 तक पहुंच गईं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की चमक फीकी पड़ गई, स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.5% गिरकर \$3,351.47 प्रति औंस हो गई, जबकि यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.9% की गिरावट के साथ \$3,365.30 पर कारोबार कर रहे थे। स्पॉट सिल्वर की कीमत भी 0.1% घटकर \$36.10 प्रति औंस रह गई। ट्रंप ने इसे 12-दिवसीय युद्ध का आधिकारिक अंत बताया, हालांकि ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि तब तक कोई युद्धविराम नहीं होगा जब तक इजरायल अपनी हमलावर कार्रवाइयां बंद नहीं करता। रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के अनुसार, युद्धविराम की खबर ने सोने की सेफ हेवन मांग को कम किया है, क्योंकि तनाव घटने पर निवेशक जोखिम भरे निवेशों की ओर रुख करते हैं। अब निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की कांग्रेस के सामने गवाही पर टिकी है, जिससे ब्याज दरों और नीतिगत दिशा का संकेत मिलने की उम्मीद है। फेडरल रिजर्व की उपाध्यक्ष मिशेल बोमैन ने हाल ही में कहा है कि ब्याज दरों में कटौती का समय करीब है, जिससे सोने को समर्थन मिल सकता है। तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का सपोर्ट \$3,345 से \$3,320 और रेजिस्टेंस \$3,400 से \$3,422 के बीच है, जबकि चांदी का सपोर्ट \$36.35 से \$36.10 और रेजिस्टेंस \$37.00 से \$37.25 है। MCX पर सोने का सपोर्ट ₹98,750 से ₹98,490 और रेजिस्टेंस ₹99,650 से ₹1,00,000 के बीच है, जबकि चांदी का सपोर्ट ₹1,05,880 से ₹1,05,000 और रेजिस्टेंस ₹1,07,550 से ₹1,08,400 है। विशेषज्ञ मानते हैं कि सोने और चांदी की कीमतों पर वैश्विक और घरेलू दोनों कारकों का प्रभाव रहेगा। यदि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती का संकेत देता है, तो कीमतों को कुछ समर्थन मिल सकता है, लेकिन यदि युद्धविराम पूरी तरह लागू हो जाता है तो सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।