04 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Himachal Desk: 10 जुलाई से शुरू होगी श्रीखंड कैलाश यात्रा 2025: खतरनाक रास्तों से गुजर शिव के दर्शन की अद्भुत साधना हिमाचल प्रदेश में स्थित श्रीखंड महादेव की यात्रा भारत की सबसे कठिन और जोखिमभरी तीर्थ यात्राओं में से एक मानी जाती है। इस साल यह यात्रा 10 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई 2025 तक चलेगी। इसकी घोषणा कुल्लू के डीसी और श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के अध्यक्ष तोरुल एस. रवीश ने की।
प्रशासन की ओर से पहला जत्था 10 जुलाई को रवाना होगा, जबकि अंतिम जत्था 23 जुलाई को भेजा जाएगा। इस बार यात्रा मार्ग को पांच सेक्टरों में बांटा गया है ताकि सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके। सभी सेक्टरों में बेस कैंप स्थापित किए जाएंगे—सिंघगाड, थाचडू, कुनशा, भीम डवारी और पार्वती बाग—जहां पुलिस, मेडिकल, रेस्क्यू और अन्य जरूरी टीमें तैनात रहेंगी। हर कैंप में भोजन, पानी, स्वास्थ्य सुविधा व आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
डीसी कुल्लू ने बताया कि आपदा के कारण क्षतिग्रस्त रास्तों की मरम्मत का कार्य तेज़ी से चल रहा है। वहीं, यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य रहेगा, जिसकी फीस ₹250 रखी गई है। मेडिकल जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति दी जाएगी।
श्रीखंड महादेव: शिव से मिलन की कठिन राह
श्रीखंड महादेव की चोटी बर्फीले और नुकीले पहाड़ों के बीच स्थित है, जहां पहुंचना आसान नहीं है। तीव्र ठंडी हवाएं, कठिन चढ़ाई और ऑक्सीजन की कमी के बीच यह यात्रा एक असाधारण आध्यात्मिक अनुभव देती है। यह शिव के चरणों में पहुंचने जैसा प्रतीत होता है, जहां हर भक्त को लगता है मानो स्वयं महादेव उसके सामने विराजमान हैं।
कई श्रद्धालु इस यात्रा के दौरान अपनी जान भी गंवा चुके हैं, लेकिन शिव के दिव्य दर्शन की इच्छा इतनी तीव्र होती है कि हर बाधा फीकी लगती है। श्रीखंड महादेव यात्रा ना केवल साहस की परीक्षा है, बल्कि यह आत्मा की एक दिव्य साधना भी है।