वैदिक पंचांग: जानें आज का दिन, तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त

02 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

वैदिक पंचांग डेस्क रिपोर्ट : वैदिक पंचांग के अनुसार आज का दिन धार्मिक दृष्टि से खास है। आज की तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने जरूरी कामों की सही समय पर शुरुआत कर सकते हैं।                                       🕉️ ~ वैदिक पंचांग ~ 🕉️
🌤️ दिनांक – 02 जून 2025
🌤️ दिन – सोमवार
🌤️ विक्रत संवत 2082
🌤️ शक संवत -1947
🌤️ अयन – उत्तरायण
🌤️ ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
🌤️ मास – ज्येष्ठ
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – सप्तमी रात्रि 08:34 तक तत्पश्चात अष्टमी
🌤️ नक्षत्र – मघा रात्रि 10:55 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
🌤️ योग – व्याघात सुबह 08:21 तक तत्पश्चात हर्षण
🌤️ राहुकाल – सुबह 07:30 से सुबह 09:00 तक
🌤️ सूर्योदय – 05:20
🌤️ सूर्यास्त – 07:21
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
🌷 घर को तीर्थ जैसा पवित्र बनाने🌷
🔥 सुबह – शाम घी का दीपक करें।
जहाँ सोते हैं वहां २-३ दिन पुरानी चादर न बिछी रहे । एक या दूसरे दिन चादर बदल दें ….फिर भले पानी से ही धो कर सुखा दें ।
घर में नाश्ता करने से पहले सफाई हो जानी चाहिए । ऐसा करने वाले के घर से लक्ष्मी जाती नहीं ।
जूठे बर्तन रख कर न सो जाएँ ।

🌞 ~ वैदिक पंचांग~ 🌞

🌷 भविष्य पुराण🌷
🙏🏻 भविष्य पुराण में माना गया है कि हर इंसान को उसके शरीर, मन व बातों से किए गए पापों को भोगना पड़ता है। उसमें भी कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें महापाप माना गया है। आइए जानते हैं पांच ऐसे ही महापापों के बारे में जिन्हें करने वालों को नरक में सबसे ज्यादा यातनाएं झेलनी पड़ती है।*
ये हैं 5 सबसे बड़े पाप, इन्हें करने वालें को नर्क में मिलती है सबसे ज्यादा सजा
अनीति का धन
किसी को ठग कर गलत काम कर या किसी के हिस्से की वस्तु को चुराकर धन एकत्रित करना और धन का दान न करने वाले को भी भविष्यपुराण में महापापी माना गया है।*
गुरु से धोखाधड़ी
गुरु मनुष्य को अच्छे-बुरे का ज्ञान देते है। गुरु को पिता के समान मानना चाहिए। गुरु के साथ कभी भी कंपट एवं धोखाधड़ी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना सबसे बड़ा पाप माना गया है। ऐसे इंसान को उसके पापों की सजा मिलती है।
पशुओं पर अत्याचार
पशुओं पर अत्याचार करना, ब्राह्मण की हत्या या उसका अपमान करना, नौकरों से बुरा व्यवहार करने वाले मनुष्य को भी कुंभीपाक नाम के नर्क की यातना सहनी पड़ती है। इसलिए भुलकर भी ये महापाप नहीं करना चाहिए।
शराब पीना
शराब में तीन प्रकार के पाप बताएँ गए है।स्त्री हो या पुरुष सभी को शराब व अन्य मादक पदार्थों से दुर रहना चाहिए।किसी भी तरह की शराब पीने से मनुष्य महापाप का भागी बन जाता है।
चोरी करना
जो मनुष्य दुसरों की वस्तु हड़पने या चुराने की कोशिश करता है, वह पापी माना गया है। चोरी करने वाले इंसान या ऐसे काम में साथ देने वाले को नर्क में दुःख भोगने पड़ते है।इसलिए मनुष्य को कभी भी ये महापाप नहीं करना चाहिए।