भारत-पाक युद्धविराम के बाद ट्रंप बोले: कश्मीर मुद्दे का हल निकालने के लिए दोनों देशों के साथ काम करूंगा

11मई, 2025 Fact Recorder

भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम पर ट्रंप का दावा, कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश से फिर छिड़ी बहस

11 मई 2025 — भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम घोषित हुए संघर्ष विराम समझौते ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है, जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सफलता का श्रेय स्वयं को देते हुए कहा कि यह अमेरिका की मध्यस्थता से संभव हुआ। यह समझौता कश्मीर के पहलगाम में हुए एक घातक आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच दो सप्ताह से अधिक चली सैन्य टकराव की स्थिति के बाद हुआ है।

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पुष्टि की कि दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (DGMOs) ने भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाई को शाम 5 बजे (IST) से रोकने पर सहमति जताई है। दोनों पक्ष 12 मई को फिर बातचीत करेंगे ताकि समझौते को बनाए रखा जा सके।

अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि अमेरिका ने इस ऐतिहासिक समझौते में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “करोड़ों निर्दोष लोगों की जान जा सकती थी।” ट्रंप ने आगे कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर “हजार वर्षों बाद” कश्मीर मुद्दे का समाधान खोजने की कोशिश करेंगे।

हालांकि भारत की नीति स्पष्ट है कि वह तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता — जो कि 1972 के शिमला समझौते में निहित है। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि यह संघर्ष विराम पूरी तरह से द्विपक्षीय बातचीत का परिणाम है, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं रही।

सूत्रों के अनुसार, अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने खुफिया जानकारी मिलने के बाद दोनों देशों के बीच संभावित बड़े संघर्ष को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज किए। वेंस ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर सीधे संवाद और शांति के प्रयासों पर जोर दिया।

इस बीच, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने चीन, यूरोपीय संघ और सऊदी अरब समेत अन्य प्रमुख देशों को स्थिति की जानकारी दी। जयशंकर ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी कड़ी और स्पष्ट नीति पर कायम रहेगा और पाकिस्तान को अपनी कार्रवाईयों की कीमत चुकानी होगी।

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने संघर्ष विराम की पुष्टि करते हुए कहा कि पाकिस्तान हमेशा क्षेत्रीय शांति के लिए प्रयासरत रहा है, लेकिन वह अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं करेगा।

हालांकि ट्रंप ने व्यापक वार्ता की पेशकश की है, भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई औपचारिक वार्ता प्रक्रिया आरंभ नहीं हुई है और सभी वार्ताएं केवल द्विपक्षीय स्तर पर होंगी।