लिन लैशराम: रणदीप सख्त डाइट पर रहते हैं, पर हमें खाना बहुत पसंद है

08 मई, 2025 Fact Recorder

लिन लैशराम की कहानी: अभिनय, उद्यमिता और शादीशुदा ज़िंदगी के बीच मणिपुरी स्वाद की खोज

लिन लैशराम एक साथ कई भूमिकाएं निभा रही हैं—मॉडल, एक्टर, आंत्रप्रेन्योर और तीरंदाज। ‘मैरी कॉम’ जैसी फिल्म में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा चुकीं लिन कभी थमती नहीं दिखतीं। अपने हर पड़ाव को उन्होंने पूरी ईमानदारी और जुनून के साथ जिया है। लेकिन अगर उन्हें सबसे ज़्यादा सुकून किसी चीज़ में मिलता है, तो वह है—अभिनय।

आज लिन एक नया सपना जी रही हैं—मुंबई का पहला मणिपुरी क्लाउड किचन, ‘अखोई’, जिसकी शुरुआत उन्होंने अपनी जड़ों से जुड़ाव और मणिपुरी स्वादों के प्रति प्रेम से की।

अभिनय से व्यवसाय तक का सफर

लिन कहती हैं, “लोग मेरी पहचान एक्टर और आंत्रप्रेन्योर के तौर पर करते हैं, लेकिन मैं एक तीरंदाज भी हूं। मैंने हमेशा अपने दिल की सुनी है, चाहे वो मॉडलिंग हो, अभिनय या अब ये किचन बिज़नेस।”

सबसे करीबी भूमिका?

“हर रोल मेरे लिए खास है—पर अभिनय वो चीज़ है जो मुझे भीतर तक पूरा करता है। मैं रंदीप (हूडा) से अपने किरदारों पर खुलकर चर्चा करती हूं, और वो बिना किसी जजमेंट के मेरी बात सुनते हैं।”

‘अखोई’ की शुरुआत कैसे हुई?

“मुंबई में रहते हुए मुझे मणिपुरी खाना बहुत याद आता था। जब मुझे कोई रेस्टोरेंट नहीं मिला, तो मैंने खुद पकाना शुरू किया और दोस्तों को खिलाया। जब सबने पसंद किया, तो हिम्मत जुटाई और ‘अखोई’ की शुरुआत की। अब सपना है कि इसका एक रेस्टोरेंट भी खोलूं।”

क्या मुंबई तैयार है मणिपुरी खाने के लिए?

“मुंबई में मणिपुरी लोग बहुत कम हैं, इसलिए क्लाउड किचन का आइडिया आया। लेकिन जो प्रतिक्रिया मिली है, वह उम्मीद से कहीं बेहतर रही। लोग इस खाने को अपनाने लगे हैं।”

मेन्यू और सामग्री की चुनौतियाँ

“हमने पारंपरिक व्यंजन चुने लेकिन उन्हें मुंबई के स्वाद के अनुसार थोड़ा ढाला है। कुछ पैन एशियन स्ट्रीट फूड में भी मणिपुरी ट्विस्ट डाला है। हां, सामग्री जुटाना मुश्किल है, लेकिन हमने फ्रिजिंग और सुखाने जैसी तकनीकों का सहारा लिया।”

खाना और घर की रसोई

“मैं जब फुर्सत में होती हूं तो खाना बनाना पसंद करती हूं। रंदीप घर का खाना पसंद करते हैं, लेकिन वह सख्त डाइट फॉलो करते हैं। उनका खाना नपा-तुला होता है, मेरा मूड पर निर्भर करता है।”

क्या खाना बना आपसी रिश्ता मजबूत?

“बिल्कुल! हमारे चीट डेज़ ही वो समय होते हैं जब हम सबसे ज़्यादा जुड़ते हैं। हमारे स्वाद अलग हैं, लेकिन यही बात हमारे रिश्ते को दिलचस्प बनाती है।”

फैशन का मतलब?

“अब मैं ट्रेंड्स के पीछे नहीं भागती। मेरे लिए फैशन अब सस्टेनेबल और आरामदायक होना ज़रूरी है। मैं वही पहनती हूं जिसमें मैं खुद को महसूस कर सकूं।”

एक महिला उद्यमी के तौर पर चुनौतियाँ

“मैं फूड इंडस्ट्री से नहीं थी, इसलिए शुरुआत में कुछ नहीं पता था। लेकिन जब आपको अपनी संस्कृति और खानपान से प्यार होता है, तो हर चुनौती एक अनुभव बन जाती है।”

शादी के बाद की ज़िंदगी

“शादी के बाद हमारी ज़िंदगी और भी संतुलित हो गई है। हम दोनों के प्रोफेशन अलग हैं, लेकिन हमारी आपसी समझ और स्पेस एक-दूसरे के लिए प्यार और सम्मान बनाए रखती है। रिश्ता निभाने के लिए समय, ज़िम्मेदारी और थोड़ी मस्ती ज़रूरी है—यही रिश्ते को जीवंत रखता है।”