8/APril/2025 Fact Recorder
जिला लोक संपर्क अधिकारी, फाजिल्का
‘पंजाब शिक्षा क्रांति’
फाजिल्का, 8 अप्रैल : फाजिल्का के विधायक श्री नरिंदर पाल सिंह सवना ने ‘पंजाब शिक्षा क्रांति’ के तहत क़बूल शाह खुब्बण गांव में शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ संवाद करते हुए कहा कि राज्य सरकार के लिए शिक्षा प्राथमिक क्षेत्र है, जिस पर ध्यान देते हुए पंजाब में स्कूलों की सूरत बदली गई है। उन्होंने गांव के दो स्कूलों में 90 लाख रुपये की लागत से हुए विकास कार्यों का उद्घाटन किया, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल क़बूल शाह खुब्बण और सरकारी प्राइमरी स्कूल खुब्बण में विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन करते हुए विधायक नरिंदर पाल सिंह सवना ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार किए गए हैं। इनमें छात्रों के बुनियादी कौशल को मजबूत करना, शिक्षण पद्धतियों में समयानुसार बदलाव, मेगा माता-पिता-शिक्षक बैठकें, शिक्षा विभाग के प्रिंसिपलों, हेडमास्टर्स और शिक्षकों को विदेशों में प्रशिक्षण देना प्रमुख रूप से शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से स्कूल ऑफ एमिनेंस और स्कूल ऑफ ब्रिलियंस की स्थापना, 425 प्राइमरी स्कूलों को स्कूल ऑफ हैप्पीनेस में परिवर्तित करना और स्कूलों में बुनियादी ढांचे को आधुनिक स्वरूप देना, विद्यार्थियों को अत्याधुनिक शिक्षा सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में किए गए महत्वपूर्ण कदम हैं।
इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकारी प्राइमरी स्कूल में 18 लाख 67 हजार रुपये की लागत से एक कक्षा, बाथरूम, टाइल्स और अन्य विकास कार्य किए गए हैं। इसी तरह, सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 71 लाख 24 हजार रुपये की लागत से 6 कमरे, कंप्यूटर लैब, चारदीवारी और अन्य विकास कार्य किए गए हैं। विधायक ने गांववासियों को संबोधित करते हुए यह भी बताया कि इस गांव के खेतों तक संपूर्ण जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 42 करोड़ रुपये की लागत से क़बूल शाह माइनर का निर्माण भी सरकार द्वारा करवाया गया है।
इससे पूर्व, शिक्षा समन्वयक सुरिंदर कंबोज, डिप्टी डीईओ परविंदर सिंह और स्कूल प्रिंसिपल डॉ. नवजीत कौर ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इस अवसर पर मार्केट कमेटी के चेयरमैन परमजीत सिंह नूरशाह, शिक्षा विभाग के डीएनओ विजय पाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
