बिहार में डायन बताकर 5 लोगों को जिंदा ज*लाया; बेरहमी से पीटने के बाद आग के हवाले, दिल दहला देने वाली घटना से मचा हड़कंप

08 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

National Desk: बिहार: डायन बताकर एक ही परिवार के 5 लोगों को जिंदा जलाया, पूरे गांव पर आरोप — राज्य भर में दहशत और गुस्सा                                                                                                          बिहार में अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में पूर्णिया जिले से आई एक हृदयविदारक घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। अंधविश्वास की आड़ में एक ही परिवार के 5 लोगों को पहले पीटा गया, फिर डीज़ल डालकर उन्हें जिं*दा जला दिया गया। यह भयावह वारदात पूर्णिया जिले के एक गांव में 6 जुलाई की रात को हुई।

‘डायन’ बताकर ली गई पांच जानें
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने इस परिवार पर काला जादू और टोना-टोटका करने का आरोप लगाया था। उसी शक के चलते गांववालों की भीड़ ने परिवार पर हमला कर दिया। पहले उन्हें बुरी तरह पीटा गया, फिर डीज़ल डालकर आग के हवाले कर दिया गया।
इन पांच मृ*तकों में अधिकतर महिलाएं थीं, और घटना की पुष्टि पुलिस ने सोमवार सुबह की।

बेटे ने देखी मौत की पूरी वारदात
मारे गए लोगों में से एक युवक, 16 वर्षीय सोनू, इस हमले में किसी तरह बच निकला और उसने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। SDPO पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह 5 बजे पुलिस को सूचना मिली और मौके पर पहुंचने पर 5 जले हुए श*व बरामद किए गए।

अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि बाकी अभियुक्तों की तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार, पूरे गांव के लोग इस सामूहिक हत्या में शामिल थे।

150 से अधिक लोगों पर FIR
पूर्णिया के जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने बताया कि यह मामला गंभीर रूप से संगठित अपराध का है। अब तक 23 नामजद और 150 से ज्यादा अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज की गई है।
प्रशासन ने सभी श*वों का पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार करवाया है। मुख्य अभियुक्त को हिरासत में लिया जा चुका है और छापेमारी जारी है।

राज्य भर में गूंजा मामला, सरकार पर उठे सवाल
इस दर्दनाक घटना से बिहार समेत पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। लोगों का कहना है कि यह सिर्फ ह*त्या नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था की नाकामी और सामाजिक अंधकार की तस्वीर है।
स्थानीय लोग सरकार पर सवाल उठा रहे हैं कि जब 24 घंटे में 9 ह*त्याएं हो चुकी हों, तब इसे और क्या कहा जाए सिवाय ‘जंगलराज’ के?

विपक्ष का हमला: कांग्रेस और RJD ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नींद में हैं या भाजपा के दबाव में काम कर रहे हैं? 24 घंटे में 9 लोगों की हत्या और 5 को जिं*दा ज*लाया गया – यह कानून का राज नहीं, जंगलराज है।”

तेजस्वी यादव ने भी इस घटना को लेकर सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है।

कब खत्म होगा यह अंधविश्वास?
बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में आज भी ‘डायन’ बताकर महिलाओं और परिवारों पर जानलेवा हमले आम हैं। यह घटना सिर्फ कानून-व्यवस्था नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और शिक्षा की कमी की भयावह मिसाल है।
सरकार और समाज दोनों के लिए यह जागने का वक्त है — नहीं तो ऐसी घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी, और निर्दोषों की लाशें यूं ही जलती रहेंगी।